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बालू माफिया और पुलिस गठजोड़ की खुली पोल, ट्रकों से वसूली के आरोप में सिपाही सस्पेंड - Constable suspended for illegal recovery

बालू दले ट्रकों से वसूली के आरोप में एसपी अंकुर अग्रवाल ने सैयदराजा थाने के चर्चित सिपाही राजेश सिंह को निलंबित कर दिया है.

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Published : Jul 2, 2023, 8:51 PM IST

चंदौली: यूपी बिहार बार्डर पर स्थित सैयदराजा थाना अपने काम और कारनामे को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है. एक बार फिर ट्रकों से अवैध वसूली को लेकर सुर्खियों में है. बालू से भरे ट्रकों से वसूली के आरोप में एसपी ने सैयदराजा थाने के एक सिपाही को निलंबित कर दिया है. वसूली से जुड़ा ऑडियो वायरल होने के बाद राजेश सहित तीन पुलिसकर्मियों को नक्सल प्रभावित चकरघट्टा भेज दिया गया था. सीओ सदर की जांच में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर राजेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा सेवा समाप्ति की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है. राजेश सिंह पिछले कई वर्षों से सैयदराजा थाने में जमा हुआ था.

दरअसल, नौबतपुर बार्डर पर तैनात सिपाही राजेश सिंह और ट्रक मालिक के बीच बातचीत का एक आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सैयदराजा थाने में तैनात कुछ सिपाही पूरी रात ट्रकों को रोककर उनसे 10 से 20 हजार रुपये प्रति ट्रक की उगाही करते थे. इसके चलते हाईवे पर जाम की स्थिति भी बन जाती थी. एसपी अंकुर अग्रवाल ने वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए तीन सिपाहियों को हटाते हुए सीओ सदर को जांच के आदेश दे दिए. प्राथमिक जांच में आरोप साबित होने सिपाही राजेश सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.

यूपी बिहार बार्डर पर इस वसूली में पुलिस के साथ बाकायदा एक सिंडिकेट काम कर रहा है. अवैध वसूली में पूरा थाना ही संलिप्त है. थाने के तीन सिपाहियों सहित सैयदराजा नौबतपुर और बिहार के कई बिचौलियों का नाम सामने आ रहा है. इसके अलावा ओवरलोड अन्य वाहनों से अवैध वसूली के लिए सैयदराजा पुलिस अक्सर चर्चा में रहती है.गौरतलब है कि यहां सैयदराजा थाना जिले का सबसे मलाईदार थाना माना जाता है. यहां थानेदार से लेकर सिपाहियों तक की पोस्टिंग में तगडी पैरवी चलती है. यहां कई ऐसे सिपाही हैं, जो सालों से जमे हुए हैं. कभी ट्रांसफर भी हो जाता है, तो बाद में दोबारा पोस्टिंग करा लेते हैं. कुछ तो सत्ता के जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि के तौर पर काम करते है. वर्दी का दुरुपयोग करने से भी बाज नहीं आते है. वैसे तो ऐसे सिपाहियों की संख्या आधा दर्जन से अधिक है.

इस बाबत एसपी चन्दौली अंकुर अग्रवाल ने बताया कि ट्रक चालकों से वसूली से जुड़े आडियो की जांच में आरक्षी राजेश सिंह की भूमिका सामने आई है. उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. महकमे में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

चंदौली: यूपी बिहार बार्डर पर स्थित सैयदराजा थाना अपने काम और कारनामे को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है. एक बार फिर ट्रकों से अवैध वसूली को लेकर सुर्खियों में है. बालू से भरे ट्रकों से वसूली के आरोप में एसपी ने सैयदराजा थाने के एक सिपाही को निलंबित कर दिया है. वसूली से जुड़ा ऑडियो वायरल होने के बाद राजेश सहित तीन पुलिसकर्मियों को नक्सल प्रभावित चकरघट्टा भेज दिया गया था. सीओ सदर की जांच में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर राजेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा सेवा समाप्ति की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है. राजेश सिंह पिछले कई वर्षों से सैयदराजा थाने में जमा हुआ था.

दरअसल, नौबतपुर बार्डर पर तैनात सिपाही राजेश सिंह और ट्रक मालिक के बीच बातचीत का एक आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सैयदराजा थाने में तैनात कुछ सिपाही पूरी रात ट्रकों को रोककर उनसे 10 से 20 हजार रुपये प्रति ट्रक की उगाही करते थे. इसके चलते हाईवे पर जाम की स्थिति भी बन जाती थी. एसपी अंकुर अग्रवाल ने वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए तीन सिपाहियों को हटाते हुए सीओ सदर को जांच के आदेश दे दिए. प्राथमिक जांच में आरोप साबित होने सिपाही राजेश सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.

यूपी बिहार बार्डर पर इस वसूली में पुलिस के साथ बाकायदा एक सिंडिकेट काम कर रहा है. अवैध वसूली में पूरा थाना ही संलिप्त है. थाने के तीन सिपाहियों सहित सैयदराजा नौबतपुर और बिहार के कई बिचौलियों का नाम सामने आ रहा है. इसके अलावा ओवरलोड अन्य वाहनों से अवैध वसूली के लिए सैयदराजा पुलिस अक्सर चर्चा में रहती है.गौरतलब है कि यहां सैयदराजा थाना जिले का सबसे मलाईदार थाना माना जाता है. यहां थानेदार से लेकर सिपाहियों तक की पोस्टिंग में तगडी पैरवी चलती है. यहां कई ऐसे सिपाही हैं, जो सालों से जमे हुए हैं. कभी ट्रांसफर भी हो जाता है, तो बाद में दोबारा पोस्टिंग करा लेते हैं. कुछ तो सत्ता के जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि के तौर पर काम करते है. वर्दी का दुरुपयोग करने से भी बाज नहीं आते है. वैसे तो ऐसे सिपाहियों की संख्या आधा दर्जन से अधिक है.

इस बाबत एसपी चन्दौली अंकुर अग्रवाल ने बताया कि ट्रक चालकों से वसूली से जुड़े आडियो की जांच में आरक्षी राजेश सिंह की भूमिका सामने आई है. उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. महकमे में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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