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मुरादाबाद: इमाम ने दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए किया यह ऐलान

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में इमाम ने शादी से पहले सगाई में लड़के पक्ष को सामान देने पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. मुस्लिम समुदाय को लोगों ने इसे सराहा है और दहेज नहीं देने की अपील की है.

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Published : Sep 16, 2019, 9:48 PM IST

इमाम ने दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए से ऐलान किया.

मुरादाबाद: शादी में दहेज देने की कुरीति को दूर करने के लिए मुरादाबाद के एक मस्जिद के इमाम ने बड़ी घोषणा की है. इमाम ने शादी से पहले सगाई में लड़के के मां-बाप को दिए जाने वाले सामान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसे सराहा है और शादी में दहेज नहीं देने की अपील की है.

जानकारी देते जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम.


इमाम ने किया ऐलान

  • मुस्लिम समुदाय में शादी से पहले लड़के के माता-पिता को सोने चांदी जेवर देने की रस्म है.
  • इस रस्म में दो से ग्यारह सोने चांदी के आभूषण दिए जाते है.
  • इसकी वजह से मुस्लिम समुदाय में काफी लड़कियों की शादी होने में दिक्कत हो रही थी.
  • शादी में आने वाले समस्या को लेकर जिले के नगर पंचायत पाकबड़ा की जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम ने बडा़ ऐलान किया.
  • उन्होंने ऐलान किया कि कोई भी व्यक्ति शादी से पहले सगाई में लड़के के मां-बाप को कुछ भी नहीं देगा और न ही खुद कुछ लेगा.

पढ़ें- मुरादाबाद: पत्नी को प्रताड़ित करते पति का वीडियो वायरल, मुकदमा दर्ज

इस रस्म की पूर्ति नहीं करने की वजह से बहुत-सी लड़कियों की शादी नहीं हो पा रही है. यह एक शुरुआत है. अभी एक रस्म को खत्म किया है आने वाले समय में और रस्मों को भी खत्म करेंगे. अभी यह काम पाकबड़ा से शुरू की है. मैं चाहता हूं कि सभी लोग चाहे वह मुस्लिम हो और किसी धर्म के सभी को इस बात पर अमल करना चाहिए.
काजी शम्मे आलम, जामा मस्जिद के इमाम


जमा मस्जिद के इमाम साहब ने जो ऐलान किया है वह काबिले तारीफ है. इस ऐलान के बाद शादी में दहेज की मांग में भी कमी आएगी. सगाई में इस रस्म के पूरा न होने की वजह से लड़कियों की शादी में बहुत दिक्कत आती है. इससे मुस्लिम समुदाय के लोग खुश है.
फरजन मंसूरी, पाकबड़ा निवासी

मुरादाबाद: शादी में दहेज देने की कुरीति को दूर करने के लिए मुरादाबाद के एक मस्जिद के इमाम ने बड़ी घोषणा की है. इमाम ने शादी से पहले सगाई में लड़के के मां-बाप को दिए जाने वाले सामान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसे सराहा है और शादी में दहेज नहीं देने की अपील की है.

जानकारी देते जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम.


इमाम ने किया ऐलान

  • मुस्लिम समुदाय में शादी से पहले लड़के के माता-पिता को सोने चांदी जेवर देने की रस्म है.
  • इस रस्म में दो से ग्यारह सोने चांदी के आभूषण दिए जाते है.
  • इसकी वजह से मुस्लिम समुदाय में काफी लड़कियों की शादी होने में दिक्कत हो रही थी.
  • शादी में आने वाले समस्या को लेकर जिले के नगर पंचायत पाकबड़ा की जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम ने बडा़ ऐलान किया.
  • उन्होंने ऐलान किया कि कोई भी व्यक्ति शादी से पहले सगाई में लड़के के मां-बाप को कुछ भी नहीं देगा और न ही खुद कुछ लेगा.

पढ़ें- मुरादाबाद: पत्नी को प्रताड़ित करते पति का वीडियो वायरल, मुकदमा दर्ज

इस रस्म की पूर्ति नहीं करने की वजह से बहुत-सी लड़कियों की शादी नहीं हो पा रही है. यह एक शुरुआत है. अभी एक रस्म को खत्म किया है आने वाले समय में और रस्मों को भी खत्म करेंगे. अभी यह काम पाकबड़ा से शुरू की है. मैं चाहता हूं कि सभी लोग चाहे वह मुस्लिम हो और किसी धर्म के सभी को इस बात पर अमल करना चाहिए.
काजी शम्मे आलम, जामा मस्जिद के इमाम


जमा मस्जिद के इमाम साहब ने जो ऐलान किया है वह काबिले तारीफ है. इस ऐलान के बाद शादी में दहेज की मांग में भी कमी आएगी. सगाई में इस रस्म के पूरा न होने की वजह से लड़कियों की शादी में बहुत दिक्कत आती है. इससे मुस्लिम समुदाय के लोग खुश है.
फरजन मंसूरी, पाकबड़ा निवासी

Intro:एंकर:- शादी में दहेज की कुर्तियों को दूर करने के लिए मुरादाबाद के एक मस्जिद के इमाम ने बड़ी घोषणा की है. शादी से पहले सगाई में लड़के के मां बाप को दिए जाने वाले सामान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का एलान किया है. जिसको मुस्लिम समुदाय के लोगो ने भी बहुत सराहा है. साथ ही शादी में दहेज नही देने की भी अपील है.

Body:वीओ:- मुस्लिम समुदाय में शादी से पहले लड़के के माता पिता को सोने चांदी ज़ेवर देने की रस्म है. इस रस्म में दो से ग्यारह सोने चांदी के आभूषण दिए जाते है. जिसकी वजह से मुस्लिम समुदाय में काफी संख्या लड़कियों की शादी होने में दिक्कत हो रही थी. जिसको लेकर मुरादाबाद के नगर पंचायत पाकबड़ा की जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम ने पाकबड़ा के सभी मुस्लिम लोगो को बुलाकर यह ऐलान किया कि कोई भी व्यक्ति शादी से पहले सगाई में लड़के के मां बाप को कुछ भी नही देगा और ना ही खुद कुछ लेगा. बहुत से ऐसे लोग है जो इस रस्म की पूर्ति नही करने की वजह से बहुत सी लड़कियों की शादी नही हो पा रही है. यह एक शुरुवात है अभी हमने एक रस्म को खत्म किया है आने वाले समय मे और रस्मो को भी खत्म करेंगे. अभी यह काम पाकबड़ा से शुरू की है में चाहता हु की सभी लोग चाहे वह मुस्लिम हो और किसी धर्म के सभी को इस बात पर अमल करना चाहिए. दहेज जैसी कुर्तियों को एक दम तो खत्म नही किया जा सकता लेकिन सभी लोगो से यह मांग करता हु की शादी में दहेज लेने देने में कमी करे. क्योंकि लड़की का बाप अपनी लड़की की शादी करने और सुसराल वालो की मांग करने के लिए ब्याज तक पर रुपये लेकर इन सभी रस्मों को पूरा करता है.Conclusion:वीओ:- पाकबड़ा निवासी फरजन मंसूरी ने बताया कि जमा मस्जिद के इमाम साहब ने जो एलान किया है वह काबिले तारीफ है. इस एलान के बाद शादी में दहेज की मांग में भी कमी आएगी. सगाई में इस रस्म को पूरा नही होने की वजह से लड़कियों की शादी में बहुत दिक्कत आती है. सभी मुस्लिम समुदाय के लोग सभी खुश है.

बाइट:- जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम

बाइट:- पाकबड़ा निवासी फरजन मंसूरी

सुशील कुमार सिंह
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