मुरादाबाद: शादी में दहेज देने की कुरीति को दूर करने के लिए मुरादाबाद के एक मस्जिद के इमाम ने बड़ी घोषणा की है. इमाम ने शादी से पहले सगाई में लड़के के मां-बाप को दिए जाने वाले सामान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसे सराहा है और शादी में दहेज नहीं देने की अपील की है.
इमाम ने किया ऐलान
- मुस्लिम समुदाय में शादी से पहले लड़के के माता-पिता को सोने चांदी जेवर देने की रस्म है.
- इस रस्म में दो से ग्यारह सोने चांदी के आभूषण दिए जाते है.
- इसकी वजह से मुस्लिम समुदाय में काफी लड़कियों की शादी होने में दिक्कत हो रही थी.
- शादी में आने वाले समस्या को लेकर जिले के नगर पंचायत पाकबड़ा की जामा मस्जिद के इमाम काजी शम्मे आलम ने बडा़ ऐलान किया.
- उन्होंने ऐलान किया कि कोई भी व्यक्ति शादी से पहले सगाई में लड़के के मां-बाप को कुछ भी नहीं देगा और न ही खुद कुछ लेगा.
पढ़ें- मुरादाबाद: पत्नी को प्रताड़ित करते पति का वीडियो वायरल, मुकदमा दर्ज
इस रस्म की पूर्ति नहीं करने की वजह से बहुत-सी लड़कियों की शादी नहीं हो पा रही है. यह एक शुरुआत है. अभी एक रस्म को खत्म किया है आने वाले समय में और रस्मों को भी खत्म करेंगे. अभी यह काम पाकबड़ा से शुरू की है. मैं चाहता हूं कि सभी लोग चाहे वह मुस्लिम हो और किसी धर्म के सभी को इस बात पर अमल करना चाहिए.
काजी शम्मे आलम, जामा मस्जिद के इमाम
जमा मस्जिद के इमाम साहब ने जो ऐलान किया है वह काबिले तारीफ है. इस ऐलान के बाद शादी में दहेज की मांग में भी कमी आएगी. सगाई में इस रस्म के पूरा न होने की वजह से लड़कियों की शादी में बहुत दिक्कत आती है. इससे मुस्लिम समुदाय के लोग खुश है.
फरजन मंसूरी, पाकबड़ा निवासी