मिर्जापुर: शहर के सड़कों पर गुजरते राहगीरों को अब हेरीटेज लुक से सजी स्वच्छता का संदेश देती दीवारें आकर्षित करेंगी. स्वच्छ भारत अभियान के तहत आम नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए नगर पालिका शहर के मुख्य सड़कों के किनारे स्थित सरकारी भवनों की दीवारों और चौक चौराहों पर इन दिनों सुंदर चित्रकारी की जा रही है.
'नगर पालिका ने यह ठाना है मिर्जापुर को स्वच्छ बनाना है,' 'स्वच्छता ही सेवा है,' एक कदम स्वच्छता की' जैसे नारे के साथ दीवारों पर सुंदर चित्र बनाकर स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है. पेंटिंग में जल संरक्षण, बिजली बचत, साफ-सफाई संबंधित, गार्डन में गंदगी न फैलाने, सिंगल यूज्ड पॉलीथिन का उपयोग न करने, सूखे कूड़ा और गीले कूड़े को अलग-अलग डस्टबिन में डालने के साथ ही यातायात नियमों का पालन करने जैसे तमाम चित्रकारी की जा रही है.
अब दीवारें चमचमाती हुई दिखाई देंगी
बड़े शहरों में मकानों के साथ सड़क किनारे भी चमचमाता हुआ दिखाई देता है अब मिर्जापुर शहर में भी शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर बने सरकारी दीवारों को पेंटिंग के माध्यम से चमकाया जा रहा है. पेंटर जुनैद ने बताया कि "पहले बड़े शहरों में यह सब देखने को मिलता था अब यहां भी बनवाया जा रहा है. आने-जाने वाले लोग देख कर बोल रहे हैं बहुत अच्छा काम किया जा रहा है. दूर से ही यह मैसेज पढ़ कर और बनाए गए चित्रों को देखकर लोगों में जागरुकता आएगी."
मां विंध्यवासिनी के दरबार में देश-विदेश से आते है लोग
नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 से स्वच्छता को लेकर जो संदेश दिया है. उसी को आगे बढ़ाते हुए यह पेंटिंग कराया जा रहा है. मां विंध्यवासिनी का धाम है यहां पर देश-विदेश से लोग आते हैं. लोगों को जागरूक करने के लिए स्वच्छता संबंधित संदेश देने वाली पेंटिंग बनाई जा रही है. साथ ही शहर के नागरिकों से सहभागिता की अपील की जा रही है कि मिर्जापुर को स्वच्छ मिर्जापुर बनाया जाए.
कलेक्ट्रेट परिसर के क्षेत्र को घोषित किया गया नो वेडिंग जोन
जिला मुख्यालय के चारों ओर का क्षेत्र नो वेडिंग जोन घोषित किया गया है. नगर पालिका परिषद की ओर से रमईपट्टी के साथ अन्य स्थानों पर नो वेडिंग जोन का बोर्ड लगा दी गई है. इसके बाद अगर आप अपनी कार बाइक इन सड़कों के किनारे खड़ा कर रहे हैं तो चालान कट सकता है. यह पता तब चलेगा जब जुर्माना भरने की नोटिस आपके पास जाएगी. क्योंकि पटरी पर दुकान ठेला लगाने से तंग सड़कों पर अक्सर जाम लगा रहता है. जाम के झाम के चलते लोग अपने दफ्तर या घर समय से नहीं पहुंच पाते हैं.