मिर्जापुर: अगस्त के पहले रविवार को हम फ्रेंडशिप डे मनाते हैं. इस मौके पर लोग अपनी दोस्ती के किस्से भी एक-दूसरे से साझा करते हैं. आपने भी कभी न कभी अपनी दोस्ती के किस्से लोगों से साझा किए होंगे या फिर किसी न किसी से उनके किस्से सुने होंगे, जो लोगों के लिए प्रेरणा बने. लेकिन, क्या आपने पौधों से दोस्ती के बारे में सुना है. चलिए आज फ्रेंडशिप डे के मौके पर हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताते हैं, जिसकी पौधे से खास दोस्ती है और बीते 8 साल से वो हर रोज पौधा लगा रहे हैं. इतना ही वो अन्य लोगों को भी पौधे लगाने की प्रेरणा देते हैं. इसलिए उसके नाम के आगे अब ग्रीन गुरुजी भी लिखा जाता है.
मिर्जापुर के जेपीपुरम कॉलोनी के रहने वाले शिक्षक अनिल सिंह उर्फ ग्रीन गुरुजी मड़िहान तहसील के पचोखरा इंटर कॉलेज में तैनात हैं. अनिल ने पौधों से ऐसी दोस्ती कर ली है, जिसके लिए वो पिछले 2959 दिनों से हर दिन पौधा लगाने का काम कर रहे हैं. पौधे से इनकी दोस्ती के कारण एक तरफ पर्यावरण संरक्षित हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ पौधरोपण को लेकर जागरूकता भी फैल रही है.
अनिल कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि उनके लिए हर दिन एनवायरनमेंट डे और फ्रेंडशिप डे होता है. पौधों से उनकी इतनी दोस्ती की हर दिन वो एक पौधा जरूर लगाते हैं. पढ़ाने और घर के कामकाज को निपटाने के बाद जब भी मौका मिलता है, वो पौधों की सेवा में लग जाते हैं. यात्रा में हो, शादी विवाह में या सरकारी कार्यक्रमों में. वो वहां पहुंचकर भी लोगों के साथ पौधरोपण करते हैं. एक जुलाई 2015 से लगातार एक दिन भी बिना रुके पौधा रोपण कर रहे हैं. पौधे के प्रति समर्पित होने से वो जनपद में भी मशहूर हो गए हैं. अब लोग अनिल कुमार सिंह को ग्रीन गुरुजी के नाम से बुलाते हैं.
अनिल ने बताया कि उनकी हर सुबह की शुरुआत पौधों की सेवा से होती है. पौधों से इतनी दोस्ती कि खेत-खलिहान में पौधे लगाने के साथ ही अपने पूरे मकान को कई प्रकार के पेड़ पौधे लगाकर हरा-भरा कर रखा है. उन्होंने बताया कि खुद पौधे लगाने के साथ ही वो जिनसे मिलते हैं, उन्हें भी पौधा देकर पौधारोपण करने को कहते हैं. इतना ही नहीं, पौधा लगाने के साथ वो ये भी याद रखते हैं कि उन्होंने कहां-कहां पौधा लगा रखा है. समय-समय पर वो वहां जाकर उनकी देखभाल भी करते हैं. अगर पौधा सूख जाता है तो उसकी जगह दूसरा पौधा भी लगाते हैं.
अनिल ने बताया कि वो उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक से लेकर तमाम मंत्रियों और अधिकारियों, नेताओं के साथ पौधारोपण कर चुके हैं. आज भी जहां बड़े-बड़े सरकारी कार्यक्रम होते हैं, अनिल कुमार सिंह वहां पहुंचने की जरूर कोशिश करते हैं और कार्यक्रम के बाद वह पौधा लगाते हैं. इस दौरान वो लोगों को पौध लगाने के लिए भी प्रेरित करते हैं. उनका मानना है कि हम पौधों को कुछ नहीं देते हैं. लेकिन, पौधे हमें बहुत कुछ देते हैं. इसलिए हम पौधों को अपने दोस्त की तरह मानता हूं और दोस्तों के बीच सुबह-शाम लगा रहता हूं.
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