मिर्जापुर : जिले में सड़क हादसों में कमी आने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. यह पहला मौका है जब सड़क हादसों और उनमें हुई मौतों में पिछले बार के मुकाबले इस साल कमी देखने को मिल रही है. एआरटीओ रविकांत शुक्ला ने बताया कि इसका श्रेय सीट बेल्ट हेलमेट चेकिंग अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने और सड़क सुरक्षा में पालन सख्ती को दिया जाना चाहिए. यहां यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है. जिसके चलते हादसों में कमी आई है.
दरअसल नए मोटर व्हीकल एक्ट के अनुपालन में सख्ती के चलते, चालान के आंकड़ों में काफी इजाफा हुआ है. इस वजह से सड़क हादसों में काफी कमी देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करने वाले वाहन चालकों की वजह से हादसों की संख्या में कमी आई है.
जहां जून 2019 में 33 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं. इस बार जून 2020 में 29 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. इस प्रकार सड़क दुर्घटना में 12.1 फीसदी की कमी आई है. वहीं 2019 के जून माह में 23 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. वहीं 2020 में जून माह में 11 लोगों की मौत हुई है. इस कारण सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या में 52.2 फीसदी की कमी आई है. चेकिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा और यातायात के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ जुर्माना वसूला जा रहा है. इस सप्ताह में 90 लोगों का चालान किया गया है. 250 लोगों को जागरूक करके छोड़ा भी गया है.
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रविकांत शुक्ला ने बताया कि 22 जून से 28 जून के बीच प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह में पंपलेट बांटकर जगह-जगह होर्डिंग लगाकर लोगों को जागरूक किया गया था. साथ ही यातायात निदेशालय के निर्देश पर हर सप्ताह में 2 दिन सीट बेल्ट हेलमेट चेकिंग का अभियान चलाया जाता है और लोगों को जागरूक भी किया जाता है. यही कारण है कि सड़क दुर्घटना में कमी आई है.
मिर्जापुर: सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 52% कम हुई - मिर्जापुर सड़क दुर्घटना ताजा खबर
मिर्जापुर जिले में पिछले साल के मुकाबले इस साल सड़क दुर्घनाओं में कमी देखने को मिली है. जहां जून 2019 में 33 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं. इस बार जून 2020 में 29 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. वहीं सड़क दुर्घटनाओं में 2019 जून में 23 लोगों की मौत हुई थी वहीं 2020 में केवल 11 लोगों की मौत हुई है.
मिर्जापुर : जिले में सड़क हादसों में कमी आने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. यह पहला मौका है जब सड़क हादसों और उनमें हुई मौतों में पिछले बार के मुकाबले इस साल कमी देखने को मिल रही है. एआरटीओ रविकांत शुक्ला ने बताया कि इसका श्रेय सीट बेल्ट हेलमेट चेकिंग अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने और सड़क सुरक्षा में पालन सख्ती को दिया जाना चाहिए. यहां यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है. जिसके चलते हादसों में कमी आई है.
दरअसल नए मोटर व्हीकल एक्ट के अनुपालन में सख्ती के चलते, चालान के आंकड़ों में काफी इजाफा हुआ है. इस वजह से सड़क हादसों में काफी कमी देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करने वाले वाहन चालकों की वजह से हादसों की संख्या में कमी आई है.
जहां जून 2019 में 33 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं. इस बार जून 2020 में 29 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. इस प्रकार सड़क दुर्घटना में 12.1 फीसदी की कमी आई है. वहीं 2019 के जून माह में 23 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. वहीं 2020 में जून माह में 11 लोगों की मौत हुई है. इस कारण सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या में 52.2 फीसदी की कमी आई है. चेकिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा और यातायात के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ जुर्माना वसूला जा रहा है. इस सप्ताह में 90 लोगों का चालान किया गया है. 250 लोगों को जागरूक करके छोड़ा भी गया है.
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रविकांत शुक्ला ने बताया कि 22 जून से 28 जून के बीच प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह में पंपलेट बांटकर जगह-जगह होर्डिंग लगाकर लोगों को जागरूक किया गया था. साथ ही यातायात निदेशालय के निर्देश पर हर सप्ताह में 2 दिन सीट बेल्ट हेलमेट चेकिंग का अभियान चलाया जाता है और लोगों को जागरूक भी किया जाता है. यही कारण है कि सड़क दुर्घटना में कमी आई है.