होशंगाबाद: पिता की डांट के बाद उत्तर प्रदेश निवासी दो लड़कियां घर से भागकर इटारसी आ पहुंची. यहां आरपीएफ ने उनके परिजनों से संपर्क किया और उनको बुलाकर सकुशल लड़कियों को सौंप दिया.
आरपीएफ टीआई देवेंद्र कुमार ने बताया कि, दो लड़कियां अपने घर मिर्जापुर से परिजनों को बिना बताए निकल गईं. इनका नाम सोनू शुक्ला और रीतू शुक्ला (परिवर्तित नाम) है. सूचना पर डयूटी पर तैनात SI धर्मपाल सिंह, आरक्षक राजेन्द्र मीना और आरक्षक आरिफ खान ने गाड़ियों व प्लेटफार्म पर तलाश की, जिस दौरान 2 लड़कियां स्टेशन पर बैठी हुई मिलीं, जिनसे पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम सोनू शुक्ला और रीतू शुक्ला बताया.
देवेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों लड़कियों को आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया. पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि पढ़ाई लिखाई के बारे में पिताजी के द्वारा डांटने पर वह बिना बताए घर से निकलकर ट्रेन में बैठ कर इटारसी आ गई हैं. लड़कियों से उनके परिजनों के मोबाइल नंबर लिया गया और परिजनों को सूचित किया गया.
आरपीएफ टीआई देवेंद्र कुमार ने कहा कि परिजनों ने बताया कि वे उनकी बच्चियां है और बिना बताए घर से निकल गई हैं. वे लोग पहली ट्रेन पकड़ कर आ रहे हैं, आप उन्हें सुरक्षित रखें. उक्त दोनों लड़कियों को महिला सदस्यों की निगरानी में सुरक्षित रखा गया.
टीआई देवेंद्र कुमार ने कहा कि गुरुवार को परिजन आरपीएफ पोस्ट इटारसी आए और लड़कियों को देखा. आपस में आमना-सामना कराया गया, जिसमें लड़कियों ने अपने पिता का नाम कृपाशंकर शुक्ला और लक्ष्मण शुक्ला बताया. वे दोनों मिर्जापुर जिले की रहने वाली हैं.
देवेंद्र कुमार ने कहा कि कृपाशंकर शुक्ला ने बताया कि रीतू शुक्ला उनकी पुत्री है और सोनू शुक्ला उनके छोटे भाई की लड़की है. उन्होंने कहा कि हमने इन्हें पढ़ाई लिखाई के बारे में डांटा था, जिससे यह दोनों लड़कियां नाराज होकर घर से बिना बताए चली आई हैं.
आरपीएफ टीआई देवेंद्र कुमार ने बतााय कि बच्चियों को सही हालत में उनके परिजनों को आवश्यक कार्यवाही उपरांत सुपुर्द कर दिया गया. बच्चियों के पिता ने बच्चियों को सही सलामत मिलने पर आरपीएफ इटारसी का धन्यवाद दिया.