मेरठ: जिले के थाना सरधना इलाके में हुई दिल को दहला देने वाली घटना के बाद मेरठ से लखनऊ तक हड़कम्प मचा हुआ है. यहां गुरुवार को कक्षा 10 की दलित नाबालिग छात्रा को चार युवकों ने अगवा कर उसके साथ न केवल दुष्कर्म किया बल्कि पकड़े जाने के डर से छात्रा को जहर खिला दिया. जैसे-तैसे घर पहुंची छात्रा ने सारे मामले से घरवालों को अवगत कराया. जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां गुरुवार की रात में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. दुष्कर्म पीड़िता की मौत की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में भी हड़कम्प मच गया. मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों ने आरोपी युवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. छात्रा की मौत के बाद पुलिस अधिकारी जहां सुसाइड नोट मिलने और छात्रा के खुद जहर खाने का दावा कर रहे हैं. वहीं छात्रा के चाचा ने पुलिस के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. चाचा ने बताया कि पुलिस को घर से एक पर्चा मिला है, जिस पर केवल रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर लिखे हैं. हालांकि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गैंगरेप पीड़िता की इलाज के दौरान हुई मौत
गुरुवार की शाम को करीब साढ़े तीन बजे थाना सरधना इलाके की रहने वाली 14 वर्षीय दलित छात्रा घर से ट्यूशन के लिए गई थी, लेकिन ट्यूशन नहीं पहुंची. बीच रास्ते में ही गांव के लखन नाम के युवक ने तीन साथियों के साथ मिलकर उसे अगवा कर लिया. सभी युवकों ने छात्रा को सुनसान जगह पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. छात्रा के परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से छात्रा को जहरीला पदार्थ खिला दिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई. परिजनों ने बताया कि दुष्कर्म के बाद बदहवास हालत में घर पहुंच कर छात्रा ने अपनी मां को आपबीती बताई और बेहोश होकर जमीन पर गिर गई. आनन फानन में ग्रामीणों की मदद से छात्रा को एसडीएस ग्लोबल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां इलाज के दौरान देर रात में उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने किया सुसाइड नोट मिलने का दावा
परिजनों ने थाना सरधना में लखन समेत चार युवकों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि पुलिस जांच में छात्रा द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट मिला है. सुसाइड नोट में गांव के लखन समेत चार युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस के दावे को किया खारिज
वहीं छात्रा के चाचा ने एसपी देहात के दावों का खंडन किया है. छात्रा के चाचा ने बताया कि पुलिस सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले को दबाना चाहती है. जिसके चलते पुलिस सुसाइड नोट मिलने की बात कर रही है. छात्रा के चाचा के मुताबिक, पुलिस को उनके घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस को केवल एक पर्ची मिली जिस पर रिश्तेदारों के मोबाइल नम्बर लिख कर रखे हुए थे. चाचा का कहना है कि अगर पुलिस को छात्रा द्वारा लिखा हुआ कोई सुसाइड नोट मिला है तो परिजनों को क्यों नहीं दिखाया जा रहा. पुलिस सुसाइड नोट को हमें दिखाए ताकि हम भी छात्रा की राइटिंग से मिलान कर सकें, लेकिन पुलिस सुसाइड नोट नहीं दिखा रही है.
ट्यूशन के साथी ने दिया घटना को अंजाम
बताया जा रहा है मुख्य आरोपी लखन पुत्र संजय भी छात्रा के साथ ट्यूशन पढ़ता था. 18 वर्षीय लखन छात्रा पर न सिर्फ बुरी नजर रखता था, बल्कि कई बार उसके साथ छेड़छाड़ भी कर चुका था. मृतका के परिजनों ने लखन समेत गांव के चार युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म और जहर खिलाने का आरोप लगाया है. छात्रा की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
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पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज
एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि छात्रा के सुसाइड नोट और परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुख्य अभियुक्त लखन और तीन साथियों के खिलाफ पॉस्को समेत संगीन धाराओं में मुकदमा लिखा गया है. सरधना पुलिस ने लखन और एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो आरोपियों की तलाश की जा रही है.