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Case Against Leaders : मेरठ में माननीयों पर चल रहे 59 मुकदमे, 1996 से 2022 तक हुए हैं दर्ज

मेरठ एमपी एमएलए कोर्ट में अधीनस्थ न्यायालयों में 59 मुकदमे माननीयों पर दर्ज हैं. इनमें जिनके नाम शामिल हैं वह अलग-अलग क्षेत्रों से जनता का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वहीं, कई वर्तमान में भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही माननीयों के बारे में..

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एमपी एमएलए कोर्ट
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Published : Jan 29, 2023, 12:19 PM IST

संयुक्त निदेशक अभियोजन आलोक पांडेय

मेरठः एमपी एमएलए कोर्ट में अधीनस्थ न्यायालयों में 59 मुकदमे माननीयों पर दर्ज हैं. इनमें जिनके नाम शामिल हैं वह अलग-अलग क्षेत्रों से जनता का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. संयुक्त निदेशक अभियोजन आलोक पांडेय ने बताया कि विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां माननीयों पर मुकदमे चलाए जा रहे हैं. वर्तमान समय में अभी जो एमपी एमएलए हैं उन पर भी मुकदमे चल रहे हैं. वहीं, ऐसे भी काफी हैं जो पूर्व में जनप्रति रहे हैं, उनके ऊपर भी यह मुकदमे चल रहे हैं. कुल 59 मुकदमे इस वक्त अलग-अलग मामलों में न्यायालय में लंबित हैं.

एमपी/एमएलए अधीनस्थ न्यायालयों में चल रहे मुकदमों के बारे में अगर बात करें तो जो मुकदमे चल रहे हैं उनमें चुनाव से संबंधित मुकदमें, गंदी-गंदी गालियां देने, जानमाल की धमकी देने, छल और रेलवे एक्ट मुकदमे हैं. ज्यादातर जो मामले माननीयों पर हैं, उनमें ज्यादातर मामले जानमाल की धमकी दिए जाने से संबंधित न्यायालय में लंबित हैं. एक मामला एससीएसटी एक्ट का भी दर्ज है. चूंकि एससीएसटी एक्ट में विशेष न्यायालय भी गठित है, तो उस मामले को वहां संदर्भित करके कार्रवाई पूर्ण कराई जाएगी. आलोक पांडेय ने बताया कि इनमें शीघ्रता से गवाही कराकर अंतिम कार्रवाई कराई जाएगी.

सबसे ज्यादा मामले दर्ज अतुल प्रधान पर चल रहे हैं, जो वर्तमान में सरधना विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. काफी मामले ऐसे भी हैं जो काफी पुराने हो चुके हैं. यानी वर्षों पहले दर्ज हुए, लेकिन अभी तक भी चले आ रहे हैं. इस बारे में आलोक पांडेय ने बताया कि माननीयों के जो मामले हैं उनके लिए दो कोर्ट हैं. एक सेशन कोर्ट है और एक मजिस्ट्रेट कोर्ट है. बीते तीन 4 माह से कोर्ट रिक्त थी, उसके पश्चात अब अधिकारी आ गए हैं.

मेरठ जिले की अगर बात करें तो जिले में वर्तमान सांसद राजेन्द्र अग्रवाल (बीजेपी), विधायक अतुल प्रधान(सपा), शहर से विधायक रफीक अंसारी (सपा), किठौर से विधायक शाहिद मंजूर (सपा), सिवालखास से विधायक गुलाम मोहम्मद( राष्ट्रीय लोकदल), मेरठ कैंट से विधायक अमित अग्रवाल(भाजपा),हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक(भाजपा) जो कि वर्तमान सरकार में मंत्री भी हैं,मेरठ दक्षिण से विधायक सोमेंद्र तोमर(भाजपा) जो कि वर्तमान सरकार में मंत्री हैं उनके नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं.

इन पूर्व विधायकों पर भी दर्ज हैं मुकदमे
इनके अलावा पूर्व में जनता का प्रतिनिधित्व कर चुके लीडर्स की भी संख्या काफी है, जिन पर एमपी/एमएलए कोर्ट में मामले दर्ज हैं. वर्तमान में दर्ज 59 मामलों में ऐसे भी मामले हैं, जो काफी समय से लंबित हैं. पूर्व विधायक चंद्रवीर, पूर्व पूर्व विधायक याकूब कुरैशी, पूर्व विधायक संगीत सोम, पूर्व विधायक योगेश वर्मा, पूर्व विधायक गोपाल काली, पूर्व विधायक सत्यवीर त्यागी, विजय कुमार के नाम पर हैं. इनमें चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामले अधिक हैं. सबसे पुराना मुकदमा जो अभी तक चला आ रहा है वह मेरठ कैंट से बीजेपी के विधायक अमित अग्रवाल का है, जो कि 1996 में दर्ज हुआ था.

संयुक्त निदेशक अभियोजन आलोक पांडेय

मेरठः एमपी एमएलए कोर्ट में अधीनस्थ न्यायालयों में 59 मुकदमे माननीयों पर दर्ज हैं. इनमें जिनके नाम शामिल हैं वह अलग-अलग क्षेत्रों से जनता का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. संयुक्त निदेशक अभियोजन आलोक पांडेय ने बताया कि विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां माननीयों पर मुकदमे चलाए जा रहे हैं. वर्तमान समय में अभी जो एमपी एमएलए हैं उन पर भी मुकदमे चल रहे हैं. वहीं, ऐसे भी काफी हैं जो पूर्व में जनप्रति रहे हैं, उनके ऊपर भी यह मुकदमे चल रहे हैं. कुल 59 मुकदमे इस वक्त अलग-अलग मामलों में न्यायालय में लंबित हैं.

एमपी/एमएलए अधीनस्थ न्यायालयों में चल रहे मुकदमों के बारे में अगर बात करें तो जो मुकदमे चल रहे हैं उनमें चुनाव से संबंधित मुकदमें, गंदी-गंदी गालियां देने, जानमाल की धमकी देने, छल और रेलवे एक्ट मुकदमे हैं. ज्यादातर जो मामले माननीयों पर हैं, उनमें ज्यादातर मामले जानमाल की धमकी दिए जाने से संबंधित न्यायालय में लंबित हैं. एक मामला एससीएसटी एक्ट का भी दर्ज है. चूंकि एससीएसटी एक्ट में विशेष न्यायालय भी गठित है, तो उस मामले को वहां संदर्भित करके कार्रवाई पूर्ण कराई जाएगी. आलोक पांडेय ने बताया कि इनमें शीघ्रता से गवाही कराकर अंतिम कार्रवाई कराई जाएगी.

सबसे ज्यादा मामले दर्ज अतुल प्रधान पर चल रहे हैं, जो वर्तमान में सरधना विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. काफी मामले ऐसे भी हैं जो काफी पुराने हो चुके हैं. यानी वर्षों पहले दर्ज हुए, लेकिन अभी तक भी चले आ रहे हैं. इस बारे में आलोक पांडेय ने बताया कि माननीयों के जो मामले हैं उनके लिए दो कोर्ट हैं. एक सेशन कोर्ट है और एक मजिस्ट्रेट कोर्ट है. बीते तीन 4 माह से कोर्ट रिक्त थी, उसके पश्चात अब अधिकारी आ गए हैं.

मेरठ जिले की अगर बात करें तो जिले में वर्तमान सांसद राजेन्द्र अग्रवाल (बीजेपी), विधायक अतुल प्रधान(सपा), शहर से विधायक रफीक अंसारी (सपा), किठौर से विधायक शाहिद मंजूर (सपा), सिवालखास से विधायक गुलाम मोहम्मद( राष्ट्रीय लोकदल), मेरठ कैंट से विधायक अमित अग्रवाल(भाजपा),हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक(भाजपा) जो कि वर्तमान सरकार में मंत्री भी हैं,मेरठ दक्षिण से विधायक सोमेंद्र तोमर(भाजपा) जो कि वर्तमान सरकार में मंत्री हैं उनके नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं.

इन पूर्व विधायकों पर भी दर्ज हैं मुकदमे
इनके अलावा पूर्व में जनता का प्रतिनिधित्व कर चुके लीडर्स की भी संख्या काफी है, जिन पर एमपी/एमएलए कोर्ट में मामले दर्ज हैं. वर्तमान में दर्ज 59 मामलों में ऐसे भी मामले हैं, जो काफी समय से लंबित हैं. पूर्व विधायक चंद्रवीर, पूर्व पूर्व विधायक याकूब कुरैशी, पूर्व विधायक संगीत सोम, पूर्व विधायक योगेश वर्मा, पूर्व विधायक गोपाल काली, पूर्व विधायक सत्यवीर त्यागी, विजय कुमार के नाम पर हैं. इनमें चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामले अधिक हैं. सबसे पुराना मुकदमा जो अभी तक चला आ रहा है वह मेरठ कैंट से बीजेपी के विधायक अमित अग्रवाल का है, जो कि 1996 में दर्ज हुआ था.

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