मेरठ: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर इस बीमारी से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी जोरदार तैयारी की है. आरएसएस (RSS) के प्रांत संघचालक प्रेमचंद और प्रांत कार्यवाह फूल सिंह ने शंकर आश्रम में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए इस बीमारी से मुकाबले की तैयारी की जा रही है. कम से कम नुकसान हो, इसके लिए आरएसएस प्रांत स्तर से लेकर गांव स्तर पर तैयारी कर रहा है.
उन्होंने बताया कि मेरठ प्रांत में 45 आरोग्य मित्र तैयार किए गए हैं, जो जिला स्तर, खंड स्तर और गांव स्तर पर जाकर अपनी टीम तैयार करेगी. मेरठ प्रांत अंतर्गत 133 खंड, 10850 गांव और 983 मंडल आते हैं. हरगांव स्तर पर 5 से 6 आरोग्य मित्र स्वयंसेवक तैयार किए जाने की योजना है. हर गांव में कोरोना से मुकाबले के लिए एक विशेष किट दी जा रही है, ताकि गांव के लोगों को समय पर बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. इसके लिए मेरठ प्रांत में आज से आरोग्य मित्र प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. अब इसी तरह का प्रशिक्षण शिविर निचले स्तर पर भी आयोजित होगा.
मेरठ के शंकर आश्रम में आरोग्य मित्र प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में मेरठ प्रान्त के 45 कार्यकताओं को प्रशिक्षण दिया गया, ताकि आने वाली तीसरी लहर से लड़ने के लिए संघ के स्वयंसेवक तैयार रहें और लोगों का सुरक्षा कवच बन सकें. इस कार्यशाला में प्रांत के कई सुप्रसिद्ध चिकित्सक भी शामिल रहे, जिन्होंने स्वयंसेवकों को कोरोना से बचाव के गुर सिखाए. संघ के मेरठ प्रांत संघचालक प्रेमचन्द ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि जिस तरह वैज्ञानिकों और चिकित्सक बता रहे हैं कि कोविड की तीसरी लहर काफी खतरनाक साबित होगी. उसी संभावना को देखते हुए संघ ने निर्णय लिया है कि लोगों को जो दिक्कत कोविड की दूसरी लहर में आई थी, अब उन समस्याओं का सामना न करना पड़े. इसीलिए संघ पूरे देश में अपनी संपूर्ण तैयारी में जुट गया है. मेरठ प्रांतीय स्तर पर आरोग्य मित्रों की एक टीम भी बना दी गई है, जिसकी कार्यशाला 4 सत्रों में चलेगी.
प्रान्त कार्यवाह फूलसिंह ने बताया कि प्रांतीय टीम प्रशिक्षण लेने के बाद विभागीय स्तर पर टीम बनाकर उन्हें प्रशिक्षित करेगी, फिर उसके बाद जिला स्तर पर स्वयंसेवक को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके अलावा हर गांव, हर बस्ती के स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर उन्हें कोरोना से जंग लड़ने में सक्षम बनाया जाएगा. इतना ही नहीं संघ ने यह निर्णय लिया है कि अब मेरठ प्रांत के सभी 10 हजार 580 गांव तक पहुंचकर हर गांव में आरोग्य मित्र टोली बनाई जाएगी, जिनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और जरूरी दवाओं से लेकर हर आवश्यक संसाधन रहेंगे ताकि, किसी भी मरीज को समस्या का सामना न करना पड़े.
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