मेरठः जिले में पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि, सोतीगंज में अब पहले जैसे हालात नहीं हैं. वाहन की कटाई के कबीले के तौर पर भी जाना जाता है. अब यहां पुलिस की लगातार हो रही कार्रवाई से यहां के हालात बदल गए हैं.
सूत्रों की मानें तो एसएसपी प्रभाकर चौधरी के ऑपरेशन सोतीगंज क्लीन में चोरी के वाहनों के कटाई के लिए बदनाम हुए इस शहर के कबाड़ियों के अलावा वो कबाड़ी ठेकेदार भी बौखलाए हुए हैं. बताया जा रहा है कि, इस धंधे में लिप्त लोगों के तार अन्य राज्यों में जुड़े हुए हैं. बता दें कि पिछले करीब एक माह में पुलिस उन गोदामों तक भी पहुंचहकर कार्रवाई कर रही है, जहां कभी नहीं पहुंची.
इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि करीब 150 से ज्यादा छोटे बड़े वाहनों के इंजन पकड़े गए हैं. इनमें कुछ इंजन के चेसीस नम्बर गायब थे. कुछ के घिसे हुए थे. एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है.
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इंस्पेक्टर सदर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि अब तक 22 कबाड़ियों के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है, जबकि 70 के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई है. वहीं गाड़ियों के अवैध कटान के बड़े आरोपियों हाजी इकबाल, हाजी गल्ला के यहां पर कुर्की की कार्रवाई हुई है. इंस्पेक्टर ने बताया कि 8 से दस ऐसे कबाड़ियों को को जेल भेजा जा चुका है जो कि अवैध रूप से कटाई का काम करते थे. जबकि अवैध रूप से वाहनों को काटने के मामले में 100 से अधिक के खिलाफ सदर थाने में मुकदमे दर्ज किया गया है.
इतने बड़े पैमाने पर की गई कार्रवाई के बाद पुलिस के सामने समस्या ये थी कि सोतीगंज के कबाड़ियों के गोदामों में भरे माल को थाने में रखने के लिए स्थान नहीं है. लिहाजा कबाड़ियों के गोदामों को ही सील किया गया है. मेरठ में गाड़ियों की अवैध कटाई के लिए प्रसिद्ध सोतीगंज में खुलेआम कारोबार करने वाले नामजद ठेकेदार अब फरार हैं. पुलिस लगातार इन्हें तलाशने में लगी है.