मेरठ : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मेरठ क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर गृहकर बकाया होने पर मंगलवार को मेरठ नगर निगम की टीम ने सील कर दिया. नगर निगम के अफसरों का दावा है कि यह कार्रवाई 31 करोड़ रुपये की देनदारी को लेकर की गई थी. भैंसाली बस अड्डे के नजदीक स्थित आरएम रोडवेज के कार्यालय पर जब कार्रवाई की गई तो उस वक्त कई कर्मचारी अंदर थे. जिसको लेकर काफी देर तक तो वहां गहमागहमी का माहौल बना रहा. नगर निगम के अफसरों के द्वारा जानकारी दी गई कि परिवहन निगम के संबंधित दफ्तर की तरफ से गृहकर जमा न करने की वजह से यह कार्रवाई की गई.
एआरएम वित्त मुकेश अग्रवाल ने बताया कि 'रोडवेज संभागीय कार्यालय पर 31 करोड़ रुपये का गृहकर बकाया है यह बात सही है. सीलिंग की कार्रवाई से पूर्व किसी भी तरह का नोटिस नगर निगम की तरफ से नहीं दिया गया था. इस पूरे प्रकरण से प्रदेश मुख्यालय पर एमडी को अवगत कराया गया था, जिसके बाद उच्चाधिकारियों के द्वारा जो भी निर्देश दिए गए उसके बाद सील को खोल दिया गया. पहले सीलिंग की कार्रवाई करके पूरी तरह से मुख्य द्वार के गेट को बंद कर दिया था. बाद में अफसरों की टीम संभागीय परिवहन कार्यालय के दफ्तर पर पहुंची और सील को खोलकर एक बड़ी चेन डाल दी. इससे अब वहां से पैदल आवाजाही की जा सकेगी.
मुकेश अग्रवाल ने बताया कि अफसरों के संज्ञान में इस विषय में हर जानकारी है, जिसको लेकर जो भी होना है वह उनके कार्यक्षेत्र के बाहर है. उन्होंने कहा कि लगभग ढाई घंटे के बाद सील को हटाया गया. इस बीच काफी लोगों को आवाजाही में समस्या का सामना करना पड़ा. बता दें कि नगर निगम की तरफ से लगातार कर जमा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.'