मेरठ: मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म को जैसे ही ट्रेन छोड़कर अपने गंतव्य की ओर बढ़ेगी, वैसे ही प्लेटफॉर्म की 70 फीसद लाइट्स बंद हो जाएंगी और ट्रेन के आते ही सौ फीसद लाइट्स जल जाएगी. फिलहाल इस आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस सिस्टम पर आधारित लाइटिंग सिस्टम को यहां पायलट योजना के तहत शुरू किया गया है. वहीं, ट्रेन जाने के दो मिनट बाद केवल 30 फीसद लाइटें ही जलेंगी. इससे बेवजह बिजली की खपत पर लगाम लगेगी. अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन के अलावा अगर किसी भी समय स्टेशन पर यात्रियों का आवागमन अधिक होता है तो भी सभी लाइटें खुद-ब-खुद जल जाएंगी. इसके लिए प्लेटफार्म पर सेंसर और कैमरा लगाया गया है.
फिलहाल इसे प्लेटफार्म संख्या एक पर लगाया गया है. ट्रायल सफल होने पर इसे दूसरे प्लेटफार्म पर भी लगाया जाएगा. वहीं, दिल्ली और लखनऊ के स्टेशनों पर भी अभी यह तकनीकि नहीं अपनायी गई है. इसके अलावा रिले रूम इंटरलाकिंग के कक्ष में तापमान को दिल्ली में बैठे-बैठे मानीटर किया जा सकेगा.
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हम आपको बता दें कि ये प्रयोग अभी मेरठ शहर के रेलवे स्टेशन पर करके देखा जा रहा है. जिम्मेदार अफसरों की मानें तो इसमें पूरी तरह से तकनीकी का सहारा लिया गया है. इसके उपयोग से विद्युत की खपत भी कम होगी. इस बारे में स्टेशन अधीक्षक राजपाल सिंह ने बताया कि इससे बहुत फायदा होने की उम्मीद है.उन्होंने कहा कि अभी प्लेटफॉर्म संख्या एक पर इसका ट्रायल शुरू किया जा रहा है. लेकिन आने वाले समय में हर प्लेटफॉर्म पर इसका उपयोग किया जा सकता है.
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