ETV Bharat / state

25 करोड़ की मिली थी पुरानी करेंसी अब 42 करोड़ का देना होगा जुर्माना - ईडी और इनकम टैक्स

मेरठ में इनकम टैक्स विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने आई है. जहां दिसंबर 2017 में 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामद हुई थी. करीब साढ़े तीन साल के बाद आयकर विभाग ने अपनी जांच लगभग पूरी कर ली है. विभाग ने बिल्डर पर करीब 42 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.

पुरानी करेंसी मामले में आयकर विभाग ने की कार्रवाई.
पुरानी करेंसी मामले में आयकर विभाग ने की कार्रवाई.
author img

By

Published : Jul 9, 2021, 3:37 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 4:00 PM IST

मेरठ: दिसंबर 2017 में 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामद होने के बाद आयकर विभाग ने आरोपी बिल्डर संजीव मित्तल पर कार्रवाई की है. विभाग की ओर से बिल्डर संजीव मित्तल पर लगभग 42 करोड का जुर्माना लगाया गया है. इस संबंध में आरोपी को नोटिस भी जारी कर दी गई है.

दरअसल, पूरा मामला मेरठ के परतापुर क्षेत्र का है, जहां 2017 की दिसंबर को दिल्ली रोड पर राजकमल एंक्लेव में बिल्डर संजीव मित्तल के घर और ऑफिस पर मेरठ पुलिस ने छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान पुलिस को 25 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी मिली थी. छापेमारी के बाद आरोपी संजीव फरार हो गए था, जबकि इस पूरे मामले में पुलिस ने नरेश अग्रवाल, अरुण कुमार, योगेंद्र कुमार और वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. पकड़े गए तीन आरोपी संजीव मित्तल के कर्मचारी थे. वहीं, पुलिस कार्रवाई के बाद संजीव मित्तल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद पुलिस ने चार्ज सीट लगा दी थी. लेकिन अभी तक पर फैसला नहीं आया है.

पुलिस की कार्रवाई के बाद ईडी और इनकम टैक्स की ओर से जांच की जा रही थी. जिसमें इनकम टैक्स विभाग ने संजीव मित्तल को नोटिस देकर जांच के लिए कई बार बुलाया, जांच के दौरान संजीव मित्तल की कई कंपनियों और बाकी प्रॉपर्टी की कीमत करोड़ों में आंकी गई थी. ऐसे में अब आयकर विभाग ने संजीव मित्तल पर 42 करोड़ का जुर्माना लगाया है. जिसका नोटिस भी दे दिया गया है. फिलहाल ईडी ओर से अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

वहीं, पुलिस ने 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामदगी के बाद खुलासा करते हुए कहा था कि इस रकम को दिल्ली और नेपाल भेजा जाना था. जो नेपाल में एक एनजीओ संचालक के माध्यम से बदली जानी थी. पुलिस ने बताया था कि नेपाल में उस समय भारत की पुरानी करेंसी का चलन था. फिलहाल एनजीओ संचालक पुलिस की पकड़ से अभी भी दूर है.

25 करोड़ की मिली थी पुरानी करेंसी अब 42 करोड़ का देना होगा जुर्माना

मेरठ: दिसंबर 2017 में 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामद होने के बाद आयकर विभाग ने आरोपी बिल्डर संजीव मित्तल पर कार्रवाई की है. विभाग की ओर से बिल्डर संजीव मित्तल पर लगभग 42 करोड का जुर्माना लगाया गया है. इस संबंध में आरोपी को नोटिस भी जारी कर दी गई है.

दरअसल, पूरा मामला मेरठ के परतापुर क्षेत्र का है, जहां 2017 की दिसंबर को दिल्ली रोड पर राजकमल एंक्लेव में बिल्डर संजीव मित्तल के घर और ऑफिस पर मेरठ पुलिस ने छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान पुलिस को 25 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी मिली थी. छापेमारी के बाद आरोपी संजीव फरार हो गए था, जबकि इस पूरे मामले में पुलिस ने नरेश अग्रवाल, अरुण कुमार, योगेंद्र कुमार और वीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. पकड़े गए तीन आरोपी संजीव मित्तल के कर्मचारी थे. वहीं, पुलिस कार्रवाई के बाद संजीव मित्तल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद पुलिस ने चार्ज सीट लगा दी थी. लेकिन अभी तक पर फैसला नहीं आया है.

पुलिस की कार्रवाई के बाद ईडी और इनकम टैक्स की ओर से जांच की जा रही थी. जिसमें इनकम टैक्स विभाग ने संजीव मित्तल को नोटिस देकर जांच के लिए कई बार बुलाया, जांच के दौरान संजीव मित्तल की कई कंपनियों और बाकी प्रॉपर्टी की कीमत करोड़ों में आंकी गई थी. ऐसे में अब आयकर विभाग ने संजीव मित्तल पर 42 करोड़ का जुर्माना लगाया है. जिसका नोटिस भी दे दिया गया है. फिलहाल ईडी ओर से अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

वहीं, पुलिस ने 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामदगी के बाद खुलासा करते हुए कहा था कि इस रकम को दिल्ली और नेपाल भेजा जाना था. जो नेपाल में एक एनजीओ संचालक के माध्यम से बदली जानी थी. पुलिस ने बताया था कि नेपाल में उस समय भारत की पुरानी करेंसी का चलन था. फिलहाल एनजीओ संचालक पुलिस की पकड़ से अभी भी दूर है.

Last Updated : Jul 9, 2021, 4:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.