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मेरठ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, व्हाट्सएप पर पिस्टल अपलोड कर लिया जाता था ऑडर

मेरठ के थाना लिसाड़ीगेट में एसटीएफ ने पुलिस के साथ मिलकर अवैध हथियार (illegal weapons manufacturing factory) बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया है. दावा है कि फैक्ट्री में पुलिस ने अवैध हथियार समेत हथियारों को बनाने वाली मशीन और भारी संख्या में औजार बरामद किये हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 16, 2023, 3:35 PM IST

मेरठ : जिले में एसटीएफ ने शुक्रवार की रात को थाना लिसाड़ीगेट पुलिस के साथ मिलकर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. फैक्ट्री में पुलिस ने अवैध हथियार समेत हथियारों को बनाने वाली मशीन और भारी संख्या में औजार बरामद किये हैं. टीम ने मौके से पिता और पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अवैध हथियार का ऑर्डर मिला था. पुलिस ने मौके से दो पिस्टल, चार मैगजीन, 32 अधबनी पिस्टल समेत सामान भी बरामद किया है.

पिता और पुत्र गिरफ्तार : एसटीएफ के मुताबिक, लिसाड़ीगेट थाना पुलिस के साथ मिलकर शुक्रवार देर रात फ्ताल्लाहपुर रोड न्यू लखीपुरा की गली नंबर 24 में छापा मारा गया था, जहां पुलिस को अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री मिली. मौके से पिता और पुत्र को गिरफ्तार किया गया है. पिता तोहसिफ (55) व बेटा मोइनुद्दीन (28) को गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ के मुताबिक, पूछताछ में तोहसिफ ने बताया कि 'वो मुंगेर से पिस्टल बनाने का काम सीख कर यहां आया है और अपनी अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री बनाई. पिछले एक साल से अवैध हथियारों को बनाने का काम कर रहा था. बेटा व्हाट्सएप के जरिये हथियारों की सप्लाई करता था. चालीस से पचास हजार तक कि पिस्टल बिकती थी, जिसका अवैध कारोबार जोरों पर चल रहा था. आरोपी ने फैक्ट्री घर पर ही लगाई हुई थी.'


8 से 10 लाख रुपये कमाते थे : एसटीएफ के मुताबिक, बेटे मोइनुद्दीन ने व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे, जिसमें पिस्टल के फोटो अपलोड कर ऑडर लिया जाता था. कुछ पिस्टल पर मेड इन यूएसए ओर मेड इन इटली यूएसए लिखकर नकली पिस्टल बनाकर बेची जाती थी. जिसकी जांच की जा रही है. यह लोग मेरठ में दुकानदारों को पिस्टल सप्लाई करते थे. यह लोग अवैध हथियारों से 8 से 10 लाख रुपये कमाते थे. पकड़े गये आरोपी को पुलिस ने छह महीने पहले भी दहेज उत्पीड़न के एक मामले में जेल भेजा था. जेल से बाहर आने के बाद मोइनुद्दीन ने पिता के साथ मिलकर हथियारों का अवैध काम शुरू किया था.


एसटीएफ के एसएसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि 'पिता और बेटा मिलकर यह फैक्ट्री चला रहे थे. मुंगेर मेड पिस्टल बनाकर सप्लाई करते थे. यह लोग यूपी के कई जिलों में अवैध हथियार बनाकर सप्लाई करते थे. फैक्ट्री में जो रजिस्टर बरामद हुआ है, उसमें कई डीलरों के नाम हैं. उनको भी ट्रेस किया जा रहा है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.'

यह भी पढ़ें : अवैध हथियार बनाने का कारोबार करने वाले भाई गिरफ्तार, अपराधियों को करते थे सप्लाई

यह भी पढ़ें : मेरठ में ठेके पर बना जा रहे थे अवैध हथियार, कई जिलों में की जा रही थी सप्लाई

मेरठ : जिले में एसटीएफ ने शुक्रवार की रात को थाना लिसाड़ीगेट पुलिस के साथ मिलकर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. फैक्ट्री में पुलिस ने अवैध हथियार समेत हथियारों को बनाने वाली मशीन और भारी संख्या में औजार बरामद किये हैं. टीम ने मौके से पिता और पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अवैध हथियार का ऑर्डर मिला था. पुलिस ने मौके से दो पिस्टल, चार मैगजीन, 32 अधबनी पिस्टल समेत सामान भी बरामद किया है.

पिता और पुत्र गिरफ्तार : एसटीएफ के मुताबिक, लिसाड़ीगेट थाना पुलिस के साथ मिलकर शुक्रवार देर रात फ्ताल्लाहपुर रोड न्यू लखीपुरा की गली नंबर 24 में छापा मारा गया था, जहां पुलिस को अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री मिली. मौके से पिता और पुत्र को गिरफ्तार किया गया है. पिता तोहसिफ (55) व बेटा मोइनुद्दीन (28) को गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ के मुताबिक, पूछताछ में तोहसिफ ने बताया कि 'वो मुंगेर से पिस्टल बनाने का काम सीख कर यहां आया है और अपनी अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री बनाई. पिछले एक साल से अवैध हथियारों को बनाने का काम कर रहा था. बेटा व्हाट्सएप के जरिये हथियारों की सप्लाई करता था. चालीस से पचास हजार तक कि पिस्टल बिकती थी, जिसका अवैध कारोबार जोरों पर चल रहा था. आरोपी ने फैक्ट्री घर पर ही लगाई हुई थी.'


8 से 10 लाख रुपये कमाते थे : एसटीएफ के मुताबिक, बेटे मोइनुद्दीन ने व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे, जिसमें पिस्टल के फोटो अपलोड कर ऑडर लिया जाता था. कुछ पिस्टल पर मेड इन यूएसए ओर मेड इन इटली यूएसए लिखकर नकली पिस्टल बनाकर बेची जाती थी. जिसकी जांच की जा रही है. यह लोग मेरठ में दुकानदारों को पिस्टल सप्लाई करते थे. यह लोग अवैध हथियारों से 8 से 10 लाख रुपये कमाते थे. पकड़े गये आरोपी को पुलिस ने छह महीने पहले भी दहेज उत्पीड़न के एक मामले में जेल भेजा था. जेल से बाहर आने के बाद मोइनुद्दीन ने पिता के साथ मिलकर हथियारों का अवैध काम शुरू किया था.


एसटीएफ के एसएसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि 'पिता और बेटा मिलकर यह फैक्ट्री चला रहे थे. मुंगेर मेड पिस्टल बनाकर सप्लाई करते थे. यह लोग यूपी के कई जिलों में अवैध हथियार बनाकर सप्लाई करते थे. फैक्ट्री में जो रजिस्टर बरामद हुआ है, उसमें कई डीलरों के नाम हैं. उनको भी ट्रेस किया जा रहा है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.'

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