मेरठ : पाकिस्तान की सीमा हैदर, भारत की अंजू और एसडीएम ज्योति मौर्या से जुड़े मामले टूटते और बिखरते रिश्तों की बानगी हैं. इन घटनाओं ने पति-पत्नी के रिश्तों को लेकर नई बहस को भी जन्म दे दिया है. इन सबके बीच जिले के एक अफसर ने बीमार पत्नी की सेवा के लिए स्वैच्छिक रिटायरमेंट का फैसला लेकर सबको चौंका दिया. पत्नी की देखभाल के लिए आज वह रिटायर हो जाएंगे.
अग्निशमन विभाग में हैं अधिकारी : मुजफ्फरनगर के मूल निवासी रविंद्र सिंह परिवार के साथ मेरठ में रहते हैं. वह परतापुर स्थित फायर ब्रिगेड में अग्निशमन अधिकारी द्वितीय (FSSO) हैं. उनके परिवार में दे बेटे हैं, दोनों सेना में हैं. दोनों परिवार के साथ बाहर रहते हैं. उनकी पत्नी सिमलेश पिछले काफी समय से बीमार चल रहीं हैं. घर पर रविंद्र के अलावा किसी और सदस्य के न होने से उनकी देखभाल सही तरीके से नहीं हो पा रही थी. इसे देखते हुए उन्होंने स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर दिया. आज ही वह पद से रिटायर भी हो रहे हैं.
दोनों बेटे सेना में, रहते हैं बाहर : ईटीवी भारत से बातचीत में रविंद्र सिंह ने बताया कि 'मैंने ईमानदारी और निष्ठा से विभाग की सेवा की है. विभाग ने काफी मान-सम्मान भी दिया है. मेरे दोनों बेटे सेना में हैं. दोनों की पोस्टिंग दूर-दूर है. वे परिवार समेत बाहर ही रहते हैं. इसी नौकरी से बेटों को काबिल बनाया. अब पत्नी सिमलेश काफी बीमार रहती हैं. उन्हें गंभीर बीमारी है. चिकित्सक कहते हैं कि उनके साथ परिवार के किसी सदस्य का रहना हमेशा जरूरी है. ऐसे में नौकरी के साथ पत्नी की सही तरीके से देखभाल करना संभव नहीं था. लिहाजा मैंने नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया. अब मेरे लिए सबसे जरूरू पत्नी है. जब तक तकदीर में लिखा है पत्नी के साथ रहेंगे और उनकी सेवा करते रहेंगे'.
यह भी पढ़ें : BJP उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी का I.N.D.I.A पर हमला, जनता को लूटने वाले एक दूसरे को बचाने को हुए इकट्ठा
अभी 13 महीने की बाकी थी नौकरी : मुख्य अग्निशमन अधिकारी संतोष कुमार राय का कहना है कि रविंद्र सिंह परतापुर में अग्निशमन अधिकारी द्वितीय के तौर पर तैनात हैं. उनकी पत्नी बीमार रहती हैं. उनकी देखभाल के लिए उन्होंने स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए आवेदन किया था. इसे स्वीकार कर लिया गया है. सेवा पूर्ण होने से करीब 13 महीने पहले आज उन्हें रिटायरमेंट दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर सिमलेश की बीमारी के कारण रविवार को उनकी पुत्रवधू पारुल भी पंजाब से घर पहुंचीं. उन्होंने बताया कि हम लोगों ने कहा था कि सास की सेवा के लिए हम लोग कुछ न कुछ मैनेज करेंगे, लेकिन ससुर जी नहीं माने. उनका कहना है कि अब वह खुद ही उनकी सेवा करेंगे.
मेरे पति मेरे लिए देवता हैं : सिमलेश ने बताया कि 'पति रविंद्र मेरी काफी सेवा करते हैं. मेरी बीमारी की वजह से वह नौकरी छोड़ रहे हैं. मेरे पति मेरे लिए देवता हैं. मेरी तबीयत ज्यादा खराब रहती है. वह मेरी सेवा करेंगे. वह कभी दवाओं की गैपिंग नहीं होने देते. मुझे टाइम-टाइम पर दवा देते रहते हैं. मैं बहुत ज्यादा परेशान रहती हूं. वह मुझे बहुत चाहते हैं, इसलिए उन्होंने मेरी सेवा के लिए नौकरी छोड़ने का फैसला लिया'.
यह भी पढ़ें : घुटनों की लेजर सर्जरी की नई विधि के लिए LLRM मेडिकल कॉलेज में लगेगा विशेषज्ञों का महाकुंभ