मेरठ: अनंतनाग में रविवार देर रात आतंकियों से मुकाबला करते हुए मेरठ के मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए. उनकी शाहदत की खबर जब उनके परिजनों को मिली तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया. जिसने भी केतन शर्मा के शहीद होने की बात सुनी, वह उनके घर की ओर चल पड़ा. देर रात तक आस पड़ोस के लोगों समेत दूसरे मोहल्ले के लोग भी उनके आवास पर जमा हो गए.
मां का रो रोकर बुरा हाल...
- मेजर केतन शर्मा अपने पिता के इकलौते बेटे थे.
- मेजर केतन शर्मा की एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है.
- मेजर की शादी वर्ष 2012 में दिल्ली निवासी ईरा के साथ हुई थी.
- उनकी एक बेटी भी है, जिसकी उम्र करीब 5 साल है.
- पिता रविंद्र कुमार शर्मा के मुताबिक मेजर केतन शर्मा 27 मई को ही 20 दिन भी छुट्टी काटकर वापस ड्यूटी पर लौटे थे.
- बेटे की शहादत की खबर मिलते ही मां ऊषा शर्मा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) में थे तैनात...
- अनंतनाग जिले के अच्छाबल के बिडूरा गांव में रविवार देर रात सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली.
- सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स ,सीआरपीएफ और पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था.
- सोमवार तड़के घर के अंदर मौजूद आतंकियों से सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हो गई.
- दो आतंकी मुठभेड़ में मारे गए, जबकि एक आतंकी भाग निकला.
मेजर केतन शर्मा ने आतंकी का पीछा किया. इस दौरान आतंकी ने मेजर को गोली मार दी. मुठभेड़ के दौरान सेना के दो मेजर सहित चार जवान घायल हुए. घायल जवानों को इलाज के लिए सेना के 92 बेस अस्पताल रेफर किया गया. घायल जवानों में मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए.
डीएम ने दी परिवार को सांत्वना...
डीएम अनिल ढींगरा, भाजपा विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल और शहर के गणमान्य लोग शहीद के घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया.
जिला सैनिक अधिकारी राकेश शर्मा के मुताबिक मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे मेजर केतन शर्मा के पार्थिव शरीर को अनंतनाग से दिल्ली लाया जाएगा. वहां से उनके पार्थिव शरीर को मेरठ आवास पर लाया जाएगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.