मेरठ: केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने विपक्ष के I.N.D.I.A. गठबंधन पर कहा है कि कुछ दिन में इनमें आपस में ही जूतम पैजार हो जाएगी. सीटों के बंटवारे को लेकर ये आपस में ही लड़ पड़ेंगे. बोले विपक्ष की कहानी हो खत्म हो जाएगी. केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि पहली बात तो इनका गठबंधन होने वाला ही नहीं है. अगर हो भी गया तो वह चलने वाला ही नहीं है. पिछली बार भी इन्होंने गठबंधन किया था और तब तो बसपा सुप्रीमो भी इनके साथ शामिल थी. ऐसे में बसपा का 13 प्रतिशत वोट है, अगर उसे भी कम कर दें तो विपक्षी क्या करेंगे. इनके अकेले होते ही तो इनकी कहानी खत्म हो जाएगी.
संजीव बालियान ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर क्या कहाः स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा भाजपा को लेकर की गई टिप्पणी पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी. कहा कि इसी पार्टी में वह बस मंत्री बनकर रहकर गए हैं. अगर उनके लिए दरवाजा पार्टी ने खोल दिया तो भागकर पुनः घुस आएंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री ने रालोद और भाजपा की नजदीकियों की हर दिन आ रहीं खबरों पर भी प्रतिक्रिया दी.
संजीव बालियान ने बताया रालोद भाजपा के साथ आएगा या नहीः कहा, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. पार्टी ने इस बारे में न उनसे न कोई सलाह ली और ना ही कोई चर्चा की. इसलिए इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते. वह कहते हैं कि इस बारे में उनका यही कहना है कि जो भी निर्णय लेना होगा, वह प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के शीर्ष नेता देखेंगे. जो मेरा काम है ही नहीं वह में क्यों देखूं. अगर रालोद और बीजेपी लोकसभा चुनाव में साथ आते हैं तो उस पर क्या प्रतिक्रिया है इस पर उन्होंने कहा कि राजनीति में अगर मगर नहीं होता. जो निर्णय पार्टी अध्यक्ष को लेना है उस बारे में मैं क्यों कुछ कहूं.
भाजपा की लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कैसी है तैयारीः लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने कहा कि अभी तो चुनाव में 8 से 9 महीने हैं. इतना समय काफी होता है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा एक्टिव मोड में रहती है, चाहे चुनाव हों या न हों. चुनावों को देखना तो उनका है जो सीजनल पार्टियां हैं. जो चुनावी मौसम में ही बाहर निकलती हैं. ये देखना और सोचने का काम तो उनका है. भाजपा का संगठन और जनप्रतिनिधि तो लगातार काम करते हैं.
क्या है PDA, मैं नहीं जानताः बीएसपी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह काम तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का है. पार्टी का किससे गठबंधन होगा ये सब निर्णय शीर्ष नेतृत्व को ही लेने हैं. संगठन की किसी भी भूमिका में वे नहीं हैं इसलिए इस पर उनका कुछ भी बोलना उचित नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव के विपक्ष को एकजुट करने को लेकर पूछे गए सवाल पर संजीव बालियान बोले कि उन्हें नहीं पता कि ये पीडीए क्या है. वैसे पिछड़े तो सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी में हैं, दलित भी बड़ी संख्या में अब भाजपा में हैं और जहां तक अल्पसंख्यक वर्ग की बात है तो वह भी पार्टी को वोट देने लगे हैं. उन्हें नहीं लगता कि ऐसे में PDA से उनका कोई भला होगा.