मेरठः लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने के लिए मेरठ मंडल में सरकारी और अन्य संस्थाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है. मंडल में 85 सरकारी व 178 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है. इसके माध्यम से चार लाख से अधिक जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
मेरठ मंडल आयुक्त ने बताया
मेरठ मंडल की आयुक्त अनिता सी मेश्राम ने बताया कि सामुदायिक रसोई के माध्यम से 4,03,974 लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंडल में कोई भूखा न सोए इसके लिए विशेष जोर दिया जा रहा है. कुल 85 सरकारी सामुदायिक किचन से 1,68,411 व्यक्तियों को तथा 178 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा संचालित किचन से 2,35,563 व्यक्तियों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
मेरठ मंडल में जिलेवार रसोई की स्थिति
मेरठ जिले में 23 सरकारी व 19 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा संचालित रसोई के माध्यम से 92,094 व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. जनपद गाजियाबाद में 13 सरकारी सामुदायिक रसोई व 49 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा 1,56,996 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. गौतमबुद्ध नगर में 11 सरकारी व 74 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा 1,33,618 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
बुलंदशहर में 26 सरकारी व 15 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा 6,043 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा हैं. जनपद हापुड़ में 4 सरकारी व 9 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा संचालित रसोई से 4,271 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. जनपद बागपत में 8 सरकारी व 12 स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा संचालित रसोई से 10,952 लोगों को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
शिकायत पर कंट्रोल रूम को सूचित करें
मंडल आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने कहा कि यदि लॉकडाउन में किसी जरूरतमंद को भोजन आदि किसी भी प्रकार की परेशानी है तो वह अपने जनपद के कंट्रोल रूम में सूचित करें, ताकि उनकी परेशानियों का निस्तारण कराया जा सके.