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मऊ में 'दस्तक' का प्रहार, मच्छर से नहीं होगा कोई बीमार

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में मच्छरों से फैलने वाले रोगों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा. इसके लिए दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को इन बीमारियों के बारे में बताया जाएगा.

मऊ
दस्तक अभियान से किया जाएगा जागरूक
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Published : Jun 25, 2020, 5:45 PM IST

Updated : Jun 25, 2020, 7:54 PM IST

मऊ: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जनपद के समस्त ब्लॉकों के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अंतर्गत सभी गांवों में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जायेगा. इसके लिए कोविड के नियमों का पालन करते हुए मच्छरों से फैलने वाले रोगों से बचाव की जानकारी घर-घर जाकर ‘दस्तक अभियान’ के जरिए दी जाएगी.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कि संचारी रोग मच्छरों से फैलने वाला वह संक्रामक रोग है, जो किसी न किसी रोग जनित कारकों (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोजोआ, कवक, जीवाणु, वायरस आदि के कारण होता है. यह गुणात्मक रूप से एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलता है. मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, दिमागी बुखार, एईएस-जेई, कालाजार के साथ-साथ वर्तमान में कोरोना इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं. इन रोगों से जागरुकता व साफ-सफाई के माध्यम से ही बचा जा सकता है. जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल समेत सभी सीएचसी/पीएचसी पर विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में संचारी रोगों की जांच और इलाज नि:शुल्क किया जा रहा है.

सीएमओ ने बताया कि इस अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त नगर विकास विभाग, पंचायती राज, ग्राम विकास विभाग, जल निगम, पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग तथा सूचना विभाग शामिल किए गए हैं. इस अभियान में यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ एवं एनपीएसपी से भी सहयोग लिया जाएगा.

जागरूकता के लिए बनेगा माइक्रोप्लान
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ. पीके राय ने बताया कि माइक्रोप्लान बनाकर अधिक से अधिक लोगों को मच्छरों के माध्यम से फैलने वाली बीमारियों बारे में बताया जाएगा. साथ ही इन रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी जायेगी. एक जुलाई से शुरू हो रहे अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माइक्रोप्लान के तहत घर-घर जाकर दस्तक देंगी. इस दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों को घर में और आस-पास जल जमावन होने देने, साफ-सफाई रखने, ताजा भोजन करने, पानी उबाल कर पीने, साबुन से हाथ अच्छी तरह से धोने, खुले में शौच से नुकसान आदि के बारे में जागरूक करेंगी. अभियान में ‘हर रविवार मच्छरों पर वार’ पर भी जोर दिया जाएगा, ताकि हर परिवार सुरक्षित हो सके. किसी भी प्रकार के रोग से पीड़ित होने पर रोगी को 108 एंबुलेंस की मदद से सीएचसी व पीएचसी पर पहुंचायेगी ताकि उन्हें समुचित इलाज मिल सके.

जागरुकता के लिए किया जाएगा प्रचार-प्रसार
जिला मलेरिया अधिकारी बेदी यादव ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान में संक्रमण से बचने बुखार होने पर ‘क्या करें, क्या न करें’ का प्रत्येक प्रमुख स्थानों पर प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, बैनर, पोस्टर आदि लगाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया को भी प्रचार का माध्यम बनाया जाएगा, जिससे लोगों में इन संचारी रोगों से बचाव को लेकर जागरुकता फैल सके.

मऊ: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जनपद के समस्त ब्लॉकों के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अंतर्गत सभी गांवों में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जायेगा. इसके लिए कोविड के नियमों का पालन करते हुए मच्छरों से फैलने वाले रोगों से बचाव की जानकारी घर-घर जाकर ‘दस्तक अभियान’ के जरिए दी जाएगी.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कि संचारी रोग मच्छरों से फैलने वाला वह संक्रामक रोग है, जो किसी न किसी रोग जनित कारकों (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोजोआ, कवक, जीवाणु, वायरस आदि के कारण होता है. यह गुणात्मक रूप से एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलता है. मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, दिमागी बुखार, एईएस-जेई, कालाजार के साथ-साथ वर्तमान में कोरोना इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं. इन रोगों से जागरुकता व साफ-सफाई के माध्यम से ही बचा जा सकता है. जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल समेत सभी सीएचसी/पीएचसी पर विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में संचारी रोगों की जांच और इलाज नि:शुल्क किया जा रहा है.

सीएमओ ने बताया कि इस अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त नगर विकास विभाग, पंचायती राज, ग्राम विकास विभाग, जल निगम, पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग तथा सूचना विभाग शामिल किए गए हैं. इस अभियान में यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ एवं एनपीएसपी से भी सहयोग लिया जाएगा.

जागरूकता के लिए बनेगा माइक्रोप्लान
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ. पीके राय ने बताया कि माइक्रोप्लान बनाकर अधिक से अधिक लोगों को मच्छरों के माध्यम से फैलने वाली बीमारियों बारे में बताया जाएगा. साथ ही इन रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी जायेगी. एक जुलाई से शुरू हो रहे अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माइक्रोप्लान के तहत घर-घर जाकर दस्तक देंगी. इस दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों को घर में और आस-पास जल जमावन होने देने, साफ-सफाई रखने, ताजा भोजन करने, पानी उबाल कर पीने, साबुन से हाथ अच्छी तरह से धोने, खुले में शौच से नुकसान आदि के बारे में जागरूक करेंगी. अभियान में ‘हर रविवार मच्छरों पर वार’ पर भी जोर दिया जाएगा, ताकि हर परिवार सुरक्षित हो सके. किसी भी प्रकार के रोग से पीड़ित होने पर रोगी को 108 एंबुलेंस की मदद से सीएचसी व पीएचसी पर पहुंचायेगी ताकि उन्हें समुचित इलाज मिल सके.

जागरुकता के लिए किया जाएगा प्रचार-प्रसार
जिला मलेरिया अधिकारी बेदी यादव ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान में संक्रमण से बचने बुखार होने पर ‘क्या करें, क्या न करें’ का प्रत्येक प्रमुख स्थानों पर प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, बैनर, पोस्टर आदि लगाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया को भी प्रचार का माध्यम बनाया जाएगा, जिससे लोगों में इन संचारी रोगों से बचाव को लेकर जागरुकता फैल सके.

Last Updated : Jun 25, 2020, 7:54 PM IST
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