मऊ: जिले के मधुबन तहसील के तराई क्षेत्र में घाघरा नदी में बाढ़ से तटवर्ती गांवों के ग्रामीण काफी परेशान हैं. बांध भी अब पानी के दबाव के कारण टूटने लगा है, जिसके चलते तराई क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके के लोग सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने के लिए मजबूर हैं.
जलस्तर बढ़ने से घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. 5 अगस्त को तराई क्षेत्र के गजियापुर गांव के पास रिंग बांध बाढ़ के कारण ढह गया. बांध टूटने से तीन गांवों में पानी भर गया. पानी भरने के बाद गांव के लोग सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने को मजबूर हो गये हैं. वहीं प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंच कर अपने जान माल की सुरक्षा करें.
प्रशासन भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कोशिश कर रहा है. दुबारी गांव के एक इंटर कॉलेज में आश्रय स्थल बनाया गया है, जहां पर बाढ़ पीड़ितों को रखा गया है. दुबारी गांव की प्रधान रंजना सिंह ने बताया कि गांव की आबादी 7 हजार है. पूरा गांव पानी से घिर गया है, जिसके कारण लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं. प्रशासन सुविधाओं को बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों तक पहुंचाने का दावा कर रहा है, जबकि ग्रामीण प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं.