मऊ: चुनावी मौसम बीतने के बाद एक बार फिर विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर आवाज उठानी शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में 'विद्युत कर्मचारी मोर्चा' संगठन ने बैठक कर सरकार से अपनी पुरानी मांगों को एक बार तेज करने का फैसला किया. बैठक में संगठन के अध्यक्ष सी.पी अवस्थी ने सरकार द्वारा मांगें न पूरी की जाने की स्थिति में कर्मचारियों से आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा है.
विद्युत कर्मचारी मोर्चा के बैठक की अहम बातें
- विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन द्वारा आयोजित हुई बैठक में संगठन के अध्यक्ष सी.पी अवस्थी ने हिस्सा लिया.
- सीपी अवस्थी ने कर्मचारी हितों में संगठन की मुख्य मांगें गिनाते हुए कहा कि सन् 2000 के बाद नियुक्त हुए कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन दी जाए.
- उनकी मांग है कि तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों का ग्रेड पे बढ़ाया जाए.
- सौभाग्य योजना से अलग किए हुए मिशन मैनेजर और मिशन एसोसिएट्स को विभाग में कार्य करने वाली अन्य एजेंसियों में समायोजित किया जाए.
- उत्पादन निगम के समाप्त किए गए पदों को बहाल किया जाए और नई परियोजनाओं के लिए नई भर्ती की जाय.
- छोटे किसानों को निःशुल्क बिजली दी जाए.
केन्द्र व प्रदेश सरकार कर्मचारियों की मांगों और भाजपा के संकल्प पत्र को पूरा करने के लिए एक वर्ष समय का समय है. यदि सरकार इस समय सीमा के भीतर मांगें नहीं पूरा करती है तो संगठन चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगा.
- सी.पी अवस्थी, अध्यक्ष (विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन)