मऊ: माफिया मुख्तार अंसारी को को्रट ले जाने वाली एंबुलेंस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस की एक टीम मऊ जनपद पहुंच गई है. पुलिस मऊ में डॉ. अलका राय और उनके नाम की एंबुलेंस के बीच का कनेक्शन तलाश रही है. पुलिस ने दो घंटे तक डॉ. अलका राय से पूछताछ की.
कड़ी सुरक्षा के बीच हो रही पूछताछ
पंजाब की रोपण जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट में पेश करने के लिए जिस बुलेट प्रूफ एंबुलेंस का प्रयोग किया गया था, वह बाराबंकी जनपद में पंजीकृत है. रविवार की सुबह बाराबंकी पुलिस मऊ पहुंची. पुलिस ने श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ. अलका राय से पूछताछ शुरू कर दी है. बाराबंकी पुलिस टीम के साथ दो महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
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डॉ. अलका राय ने शुक्रवार को अपने अस्पताल पर प्रेस वार्ता कर सफाई दी थी कि वर्ष 2013 में विधायक निधि से अस्पताल को एंबुलेंस देने के लिए कुछ कागजों पर अस्पताल के डायरेक्टर और उनके भाई से विधायक मुख्तार के प्रतिनिधि मुजाहिद ने दस्तखत कराए थे. मीडिया को दिए बयान में डॉ. अलका राय ने बताया था कि मुख्तार ने ही उन्हें सिर पर छत मुहैया कराई है. डॉ. अलका राय अपने ही बयानों में उलझती नजर आ रही हैं. अब जनपदवासियों की निगाहें श्याम संजीवनी अस्पताल पर टिकी हैं.
बाराबंकी पुलिस ने डॉ अलका राय से की पूछताछ
बाराबंकी पुलिस डॉ अलका राय से करीब 2 घंटे तक लगातार एक बंद कमरे में पूछताछ करती रही. बाराबंकी से आई हुई 5 सदस्यीय टीम में 2 महिला पुलिस कांस्टेबल भी पूछताछ के दौरान मौके पर मौजूद रहीं. हालांकि इस पूछताछ में मऊ जनपद की कोतवाली पुलिस के कोतवाल डीके श्रीवास्तव भी पूछताछ में मौजूद रहे .
बाराबंकी पुलिस के इंस्पेक्टर मारकंडेय सिंह पूछताछ के बाद जब बाहर निकले तो उनसे मीडिया ने बात करने की कोशिश की तो पहले उन्होंने मना कर दिया, लेकिन मीडिया के लगातार सवालों के बाद सिर्फ इतना ही बोल पाए कि अभी मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद जो बातें सामने आएंगी उनको बताया जाएगा. पूछताछ के बाद बाराबंकी पुलिस वापस चली गई.
पूरे प्रकरण पर अलका राय से मीडिया ने बात किया तो अलका राय का कहना था कि यह मेरे विरोधियों की साजिश और मुझे फंसाया जा रहा है. हालांकि बाराबंकी पुलिस ने बहुत सारे सवालों की पूछताछ की, जिसमें प्रमुख रुप से वोटर आईडी कार्ड पर एंबुलेंस जारी हुआ था. वोटर आई कार्ड पर मेरे फोटो लगे हुए थे, लेकिन उस पर मेरा सिग्नेचर नहीं था. इसी तरीके के और कई सवाल थे जिसको बाराबंकी पुलिस ने पूछताछ के दौरान उन्होंने मेरे साथ बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग किया और उसको अपने साथ ले गए. डॉ अलका राय ने कहा कि मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और मुझे न्याय मिलेगा. हालांकि उन लोगों ने मेरा वोटर आईडी कार्ड भी ले गए.