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मऊ: नसबंदी छोड़ परिवार नियोजन की अन्य सभी सेवाएं होंगी बहाल - परिवार नियोजन की सेवाएं बहाल

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में कोरोना वायरस के चलते स्थगित की गईं स्वास्थ्य सेवाएं शुरू हो रही हैं. आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के बाद अब परिवार नियोजन की सेवाओं को भी बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि परिवार नियोजन की सेवाओं के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली महिला और पुरुष नसबन्दी को छोड़कर अन्य सभी सेवाएं सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करते हुए पूर्व की भांति संचालित की जाएंगी.

mau district hospital
परिवार नियोजन की सेवाएं बहाल होंगी
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Published : Jun 9, 2020, 7:41 PM IST

मऊ: कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्थगित की गईं स्वास्थ्य सेवाओं को सरकार अब धीरे-धीरे फिर से शुरू कर रही है. आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के बाद अब परिवार नियोजन की सेवाओं को भी बहाल करने के निर्देश दे दिए गए हैं. इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के मिशन निदेशक विजय विश्वास पंत ने पत्र के माध्यम से मऊ सहित प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किया है.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन की सेवाओं के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली महिला और पुरुष नसबन्दी को छोड़कर अन्य सभी सेवाएं सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करते हुए पूर्व की भांति संचालित की जाएंगी.

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीके राय ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का पालन करते हुए ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र शुरू किए गए हैं. सभी को निर्देशित किया गया है कि आवश्यकता अनुसार निरोध व माला-एन गर्भनिरोधक गोलियों का वितरण भी प्रत्येक सत्र पर सुनिश्चित किया जाए.

गर्भनिरोधक सामग्री की उपलब्धता/आपूर्ति एफपीएलएमआईएस पोर्टल के माध्यम से ही शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए. ये निर्देश जिले के सभी स्वास्थ्य इकाईयों को दे दिया गया है. डॉ. राय ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम सेवा प्रदायगी प्रारम्भ कर दिया गया है.

पत्र में कहा गया है कि जिन ब्लॉकों और शहरी क्षेत्रों में कोविड-19 के केस दर्ज हैं और वहां भ्रमण करने वाले फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी पहले से ही उस क्षेत्र में लगी है. उन स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से मात्र खाने की गर्भ निरोधक गोलियां और निरोध बांटा जाए.

अन्य क्षेत्रों में परिवार नियोजन की अंतराल विधियां पहले की ही तरह चलाई जाएं. जिन आशा, एएनएम या अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की हॉटस्पॉट, कंंटेनमेंट जोन में ड्यूटी लगी है या कंंटेनमेंट जोन में निवास करते हैं, या ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जिनमें कोविड-19 के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उनकी ड्यूटी ऐसे कार्यों में नहीं लगाई जाएगी.

उन स्वास्थ्यकर्मियों के क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवस्था करानी होगी. जिन प्रसव इकाइयों पर कोविड-19 के मामले नहीं हैं, वहां पर सभी अस्थाई विधियां जैसे पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी, आईयूसीडी, कंडोम, अंतरा, छाया या सभी गर्भ निरोधक गोलियां पहले की ही तरह दी जाएंगीं.

ये भी पढ़ें- मऊ: मनरेगा में गबन की जांच करने पहुंचे राज्यमंत्री, दोषी अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई के दिए निर्देश

मऊ: कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्थगित की गईं स्वास्थ्य सेवाओं को सरकार अब धीरे-धीरे फिर से शुरू कर रही है. आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के बाद अब परिवार नियोजन की सेवाओं को भी बहाल करने के निर्देश दे दिए गए हैं. इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के मिशन निदेशक विजय विश्वास पंत ने पत्र के माध्यम से मऊ सहित प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किया है.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन की सेवाओं के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली महिला और पुरुष नसबन्दी को छोड़कर अन्य सभी सेवाएं सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करते हुए पूर्व की भांति संचालित की जाएंगी.

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीके राय ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का पालन करते हुए ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र शुरू किए गए हैं. सभी को निर्देशित किया गया है कि आवश्यकता अनुसार निरोध व माला-एन गर्भनिरोधक गोलियों का वितरण भी प्रत्येक सत्र पर सुनिश्चित किया जाए.

गर्भनिरोधक सामग्री की उपलब्धता/आपूर्ति एफपीएलएमआईएस पोर्टल के माध्यम से ही शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए. ये निर्देश जिले के सभी स्वास्थ्य इकाईयों को दे दिया गया है. डॉ. राय ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम सेवा प्रदायगी प्रारम्भ कर दिया गया है.

पत्र में कहा गया है कि जिन ब्लॉकों और शहरी क्षेत्रों में कोविड-19 के केस दर्ज हैं और वहां भ्रमण करने वाले फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी पहले से ही उस क्षेत्र में लगी है. उन स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से मात्र खाने की गर्भ निरोधक गोलियां और निरोध बांटा जाए.

अन्य क्षेत्रों में परिवार नियोजन की अंतराल विधियां पहले की ही तरह चलाई जाएं. जिन आशा, एएनएम या अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की हॉटस्पॉट, कंंटेनमेंट जोन में ड्यूटी लगी है या कंंटेनमेंट जोन में निवास करते हैं, या ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जिनमें कोविड-19 के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उनकी ड्यूटी ऐसे कार्यों में नहीं लगाई जाएगी.

उन स्वास्थ्यकर्मियों के क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवस्था करानी होगी. जिन प्रसव इकाइयों पर कोविड-19 के मामले नहीं हैं, वहां पर सभी अस्थाई विधियां जैसे पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी, आईयूसीडी, कंडोम, अंतरा, छाया या सभी गर्भ निरोधक गोलियां पहले की ही तरह दी जाएंगीं.

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