ETV Bharat / state

महंत बालमुकुंद हत्याकांड: संपत्ति की लालच में ड्राइवर ने रची थी हत्या की साजिश - महंत की हत्या

महंत बालमुकुंद हत्याकांड में जांच के बाद दिल दहलाने वाले तथ्य सामने आए हैं. कर्ज में डूबे ड्राइवर ने संपत्ति हड़पने के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर महंत की हत्या की थी.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
author img

By

Published : Jul 9, 2019, 8:49 AM IST

मथुराः महंत बालमुकुंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसपी सिटी ने बताया कि बालमुकुंद के ड्राइवर उमेश पाठक उर्फ मोनू ने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. उमेश ने महंत को मारकर उसकी जगह लेने, रुपये और आश्रम हड़पने की योजना बनाई थी. आरोपी उमेश ने सबसे पहले महंत को नशे की गोली देकर महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिए. उसके बाद रस्सी से गला घोटा और फिर चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.

जानकारी देते एसपी सिटी.

जानें क्या है महंत बालमुकुंद हत्याकांड का मामला

  • 12 जून को महंत बालमुकुंद शरण शास्त्री लापता हुए थे.
  • ड्राइवर उमेश पाठक ने संपत्ति की लालच में महंत बालमुकुंद की हत्या कर दी.
  • वारदात को अंजाम देने के लिए उमेश का साथी जितेंद्र, जितेंद्र का भाई ललित, मामा भूमेश, पत्नी प्रीती और मां मीरा देवी शामिल थीं.
  • उमेश महंत को जितेंद्र के घर लेकर गया, वहां मीरा देवी ने लस्सी बनाई और पत्नी ने नींद की गोलियां लस्सी में मिला महंत को पिला दी.
  • महंत से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराने के बाद रस्सी से गला घोटकर मार दिया.
  • शव कि पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और फरार हो गए.
  • बता दें अभी तक मामले का प्रमुख आरोपी उमेश पाठक फरार है.

मथुराः महंत बालमुकुंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसपी सिटी ने बताया कि बालमुकुंद के ड्राइवर उमेश पाठक उर्फ मोनू ने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. उमेश ने महंत को मारकर उसकी जगह लेने, रुपये और आश्रम हड़पने की योजना बनाई थी. आरोपी उमेश ने सबसे पहले महंत को नशे की गोली देकर महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिए. उसके बाद रस्सी से गला घोटा और फिर चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.

जानकारी देते एसपी सिटी.

जानें क्या है महंत बालमुकुंद हत्याकांड का मामला

  • 12 जून को महंत बालमुकुंद शरण शास्त्री लापता हुए थे.
  • ड्राइवर उमेश पाठक ने संपत्ति की लालच में महंत बालमुकुंद की हत्या कर दी.
  • वारदात को अंजाम देने के लिए उमेश का साथी जितेंद्र, जितेंद्र का भाई ललित, मामा भूमेश, पत्नी प्रीती और मां मीरा देवी शामिल थीं.
  • उमेश महंत को जितेंद्र के घर लेकर गया, वहां मीरा देवी ने लस्सी बनाई और पत्नी ने नींद की गोलियां लस्सी में मिला महंत को पिला दी.
  • महंत से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराने के बाद रस्सी से गला घोटकर मार दिया.
  • शव कि पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और फरार हो गए.
  • बता दें अभी तक मामले का प्रमुख आरोपी उमेश पाठक फरार है.
Intro:आश्रम की जमीन कब्जाने ,पैसा हड़पने के चक्कर में महंत बालमुकुंद की हत्या उसके ड्राइवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी. हालांकि अभी तक मामले का प्रमुख आरोपी बाबा की दस्टर गाड़ी का चालक उमेश पाठक फरार है. पुलिस ने दावा किया है कि इन्हीं ने उमेश के साथ मिलकर महंत की हत्या की है.


Body:जानकारी देते हुए एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि महंत बालमुकुंद के ड्राइवर उमेश पाठक उर्फ मोनू पर महंत व अन्य लोगों का काफी कर्जा हो गया था. उमेश का चाय की दुकान करने वाले जितेंद्र के यहां आना जाना था ,उमेश कई बार महंत को भी उसके घर घुमाने ले गया था, उसने जितेंद्र व उसके भाई ललित और जितेंद्र के मामा भूमेश जितेंद्र की पत्नी व मां मीरा देवी को पैसा का लालच देकर महंत को मारकर उसकी जगह लेने व रुपए और आश्रम हड़पने की योजना बनाई थी. इसी के तहत ड्राइवर महंत बालमुकुंद को जितेंद्र के घर ले गया. जितेंद्र की मां ने लस्सी बनाई तभी जितेंद्र की पत्नी ने नींद की गोलियां पीसकर लस्सी में मिला महंत को पिला दी. महंत से नशे की हालत में महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिए. इसके बाद वह बेहोश हो गए ,उमेश ने गले में रस्सी डालकर महंत को मार दिया, और जितेंद्र आदि ने महंत के हाथ पैर पकड़ कर उसके शव की पहचान छुपाने के लिए, राधा रानी मंदिर के आगे सड़क किनारे मांट में उनके चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी ,और वहां वहां से फरार हो गए.


Conclusion:बताया गया कि उमेश और ललित बाबा की गाड़ी लेकर चले गए तथा उमेश ने महंत के खाते से करीब ढाई लाख रुपए भी अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए .इस पूरे प्रकरण में पुलिस ने जितेंद्र पुत्र छोटेलाल उसकी पत्नी प्रीति और मां मीरा देवी निवासी गण अकबरपुर थाना बरसाना को गिरफ्तार कर लिया है .यह लोग हाल में अटला चुंगी गोधुलिपुरम अधूर पीठ के पीछे रहते थे. वहीं इस मामले में अभी मुख्य आरोपी उमेश पाठक ललित कुमार पुत्र छोटेलाल और उमेश कुमार पुत्र आशाराम निवासी होली गली गोपालपुरा होली गेट फरार हैं. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है .
बाइट- एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.