ETV Bharat / state

यहां 60 साल पुराने मंदिर में विराजमान है मां काली की 6 इंच की प्रतिमा

उत्तर प्रदेश के मथुरा में 60 साल पुराना काली देवी का मंदिर कैंट एरिया में स्थित है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां छह इंच की काली मां की प्रतिमा विराजमान है. मंदिर से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं.

author img

By

Published : Oct 5, 2019, 5:09 PM IST

मथुरा में छह इंच की काली देवी की प्रतिमा.

मथुरा: नवरात्र के दिनों में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ता है. सुबह से ही श्रद्धालु देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना करने लगते हैं. शहर के कैंट एरिया में छह इंच की मां काली की प्रतिमा विराजमान है, जितनी छोटी प्रतिमा उतनी ही ज्यादा मान्यता है. नवरात्र के दिनों में दूरदराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. 60 साल पुराने इस मंदिर में छह इंच की मां काली की प्रतिमा है. आसपास के जिले में इतनी छोटी काली की प्रतिमा कहीं नहीं है.

मथुरा में छह इंच की काली देवी की प्रतिमा.
मां काली देवी का विशाल मंदिर कैंट एरिया में स्थित है. 60 साल पुराने काली देवी मंदिर में मात्र छह इंच की काली की प्रतिमा विराजमान है. आसपास के कई जिलों में इतनी छोटी काली देवी की प्रतिमा नहीं है. हर रोज दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. नवरात्र के दिनों में मंदिर प्रांगण में मेला लगता है.

जितनी छोटी प्रतिमा उतनी बड़ी मान्यताएं
मंदिर पुजारी दिनेश ने बताया कि हमारे पिताजी को स्वप्न में देवी के दर्शन हुए और कहा कि पुराने बिजली घर के पास देवी का कोई मंदिर नहीं है, इसलिए काली देवी का मंदिर स्थापित कराया जाए. स्वप्न के बाद पिताजी ने जयपुर के कारीगर द्वारा काली देवी की छह इंच की प्रतिमा तैयार कराई गई और कैंट एरिया में काली मंदिर का निर्माण कराया. 60 साल पुराना मां काली देवी का मंदिर है. इस मंदिर में जितनी छोटी प्रतिमा है, उतनी ही ज्यादा मान्यता है. यहां कोई भी नवरात्र के दिनों में देवी के दर्शन करने आता है तो सभी की मनोकामना पूरी होती है.

12 साल से मां काली देवी के दर्शन करने आती हूं और मेरी मनोकामना पूरी होती है. काली देवी के दर्शन करके मन में शांति मिलती है और सुबह और शाम हर रोज दर्शन करने आती हूं.
-शिखा, श्रद्धालु

मथुरा: नवरात्र के दिनों में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ता है. सुबह से ही श्रद्धालु देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना करने लगते हैं. शहर के कैंट एरिया में छह इंच की मां काली की प्रतिमा विराजमान है, जितनी छोटी प्रतिमा उतनी ही ज्यादा मान्यता है. नवरात्र के दिनों में दूरदराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. 60 साल पुराने इस मंदिर में छह इंच की मां काली की प्रतिमा है. आसपास के जिले में इतनी छोटी काली की प्रतिमा कहीं नहीं है.

मथुरा में छह इंच की काली देवी की प्रतिमा.
मां काली देवी का विशाल मंदिर कैंट एरिया में स्थित है. 60 साल पुराने काली देवी मंदिर में मात्र छह इंच की काली की प्रतिमा विराजमान है. आसपास के कई जिलों में इतनी छोटी काली देवी की प्रतिमा नहीं है. हर रोज दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. नवरात्र के दिनों में मंदिर प्रांगण में मेला लगता है.

जितनी छोटी प्रतिमा उतनी बड़ी मान्यताएं
मंदिर पुजारी दिनेश ने बताया कि हमारे पिताजी को स्वप्न में देवी के दर्शन हुए और कहा कि पुराने बिजली घर के पास देवी का कोई मंदिर नहीं है, इसलिए काली देवी का मंदिर स्थापित कराया जाए. स्वप्न के बाद पिताजी ने जयपुर के कारीगर द्वारा काली देवी की छह इंच की प्रतिमा तैयार कराई गई और कैंट एरिया में काली मंदिर का निर्माण कराया. 60 साल पुराना मां काली देवी का मंदिर है. इस मंदिर में जितनी छोटी प्रतिमा है, उतनी ही ज्यादा मान्यता है. यहां कोई भी नवरात्र के दिनों में देवी के दर्शन करने आता है तो सभी की मनोकामना पूरी होती है.

12 साल से मां काली देवी के दर्शन करने आती हूं और मेरी मनोकामना पूरी होती है. काली देवी के दर्शन करके मन में शांति मिलती है और सुबह और शाम हर रोज दर्शन करने आती हूं.
-शिखा, श्रद्धालु

Intro:मथुरा। नवरात्र के दिनों में देवी मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, सुबह से ही श्रद्धालु कर रहे देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना। शहर के कैंट एरिया में स्थित है 6 इंच की काली की प्रतिमा, जितनी छोटी प्रतिमा उतनी ही ज्यादा मान्यता। नवरात्र के दिनों मैं दूरदराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं ।आसपास के जिले में नहीं है इतनी छोटी काली की प्रतिमा, 60 साल पुराना काली देवी का मंदिर।


Body:कैंट एरिया में स्थित है काली देवी का विशाल मंदिर, 60 साल पुराना काली देवी मंदिर में विराजमान है मात्र 6 इंच की काली की प्रतिमा। आसपास के जिलों में नहीं है इतनी छोटी काली देवी की प्रतिमा। हर रोज दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। नवरात्रा के दिनों में मंदिर प्रांगण में लगता है मेला।


Conclusion:मंदिर पुजारी दिनेश ने बताया कि हमारे पिताजी को स्वप्न में देवी के दर्शन हुए और कहा पुराने बिजली घर के पास देवी का कोई मंदिर नहीं है इसलिए काली देवी का मंदिर स्थापित कराए जाएं। स्वप्न के बाद पिताजी ने जयपुर के कारीगर द्वारा काली देवी की 6 इंच की प्रतिमा तैयार कराई गई और कैंट एरिया में काली मंदिर का निर्माण कराया गया 60 साल पुराना काली देवी का मंदिर। जितनी छोटी प्रतिमा उतनी ही ज्यादा मानता यहां कोई भी नवरात्र के दिनों में देवी के दर्शन करने आते हैं सभी मनोकामना पूरी होती है।
श्रद्धालु शिखा ने बताया 12 साल से काली देवी के दर्शन करने आती हूँ, और मेरी मनोकामना पूरी होती है ।काली देवी के दर्शन करके मन में शांति मिलती है और सुबह और शाम हर रोज दर्शन करने आती हूं।

वाइट दिनेश मंदिर पुजारी
वाइट शिखा महिला श्रद्धालु



mathura reporter
praveen sharma
9410271733,8979375445
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.