मथुरा: नवरात्र के दिनों में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ता है. सुबह से ही श्रद्धालु देवी मंदिरों में पूजा-अर्चना करने लगते हैं. शहर के कैंट एरिया में छह इंच की मां काली की प्रतिमा विराजमान है, जितनी छोटी प्रतिमा उतनी ही ज्यादा मान्यता है. नवरात्र के दिनों में दूरदराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. 60 साल पुराने इस मंदिर में छह इंच की मां काली की प्रतिमा है. आसपास के जिले में इतनी छोटी काली की प्रतिमा कहीं नहीं है.
जितनी छोटी प्रतिमा उतनी बड़ी मान्यताएं
मंदिर पुजारी दिनेश ने बताया कि हमारे पिताजी को स्वप्न में देवी के दर्शन हुए और कहा कि पुराने बिजली घर के पास देवी का कोई मंदिर नहीं है, इसलिए काली देवी का मंदिर स्थापित कराया जाए. स्वप्न के बाद पिताजी ने जयपुर के कारीगर द्वारा काली देवी की छह इंच की प्रतिमा तैयार कराई गई और कैंट एरिया में काली मंदिर का निर्माण कराया. 60 साल पुराना मां काली देवी का मंदिर है. इस मंदिर में जितनी छोटी प्रतिमा है, उतनी ही ज्यादा मान्यता है. यहां कोई भी नवरात्र के दिनों में देवी के दर्शन करने आता है तो सभी की मनोकामना पूरी होती है.
12 साल से मां काली देवी के दर्शन करने आती हूं और मेरी मनोकामना पूरी होती है. काली देवी के दर्शन करके मन में शांति मिलती है और सुबह और शाम हर रोज दर्शन करने आती हूं.
-शिखा, श्रद्धालु