मथुरा: सर्दी का मौसम शुरू होते ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा होने लगता है. यमुना एक्सप्रेस-वे पर अथॉरिटी ने पिछले साल 400 फॉग लाइटें लगाई है. इन फॉग लाइटों के सहारे तेज गति से दौड़ने वाले वाहन इधर-उधर रास्ता नहीं भटकते और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आती है. बता दें कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर हर 2 किलोमीटर के अंतराल पर एक फॉग लाइट लगी हुई है.
165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे
2012 अगस्त में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यमुना एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था. आगरा से नोएडा 165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे जनपद के 9 थानों से होकर गुजरता है.
यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगी 400 फॉग लाइट
आगरा से नोएडा तक गुजरने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे पर 2019 में यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने 400 फॉग लाइटें लगाई थीं, जिससे कि सर्दी के मौसम में पड़ने वाले घने कोहरे में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकी.
रात के अंधेरे और सुबह होती हैं ज्यादा दुर्घटना
सर्दी के मौसम में शाम के 7 बजे के बाद और सुबह 5 के पहले यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा होता है. क्योंकि यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे में वाहन एक-दूसरे से टकरा जाते हैं. दरअसल, घने कोहरे और वाहन चालक की लापरवाही की वजह से ज्यादातर दुर्घटनाएं होती हैं.
फॉग लाइट से आई सड़क दुर्घटना में कमी
यमुना एक्सप्रेस-वे पर हर दो किलोमीटर के अंतराल पर फॉग लाइट लगी हुई है. शाम होते ही यह सभी फॉग लाइटें जल जाती हैं. हाई विजुअलिटी के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 30 फीसदी कमी आती है.
एसपी यातायात कमल किशोर ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर अथॉरिटी ने पिछले साल आगरा से नोएडा तक 400 फॉग लाइटें लगाई हैं. सर्दी का मौसम और घने कोहरे में यह सभी फॉग लाइटें शाम को जल जाती है.
इसे भी पढे़ं- मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे पर पलटी कार, मां-बेटी की मौत