मथुरा: धनगर समाज के लोग अपनेअनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे और नारेबाजी की. धनगर समाज के लोगों का आरोप है कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने धनगर समाज के प्रमाण पत्रों को जारी करने का आदेश दिया है लेकिन इसके बावजूद जिले कुछ तहसीलों को छोड़कर प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा रहे हैं.
धनगर समाज के लोगों का कहना है कि संविधान में अनुसूचित जातियां 1950 के तहत उत्तर प्रदेश राज्य के संबंध में अधिसूचित अनुसूचित जातियों की सूची के क्रमांक 27 पर धनगर अंकित है. यह गडरिया समुदाय की उपजाति है. धनगर जाति को उसके संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने के लिए पिछली सरकारों में तमाम प्रयास किए गए लेकिनवर्तमान प्रदेश सरकार ने उसे संवैधानिक अधिकार देने हेतु24 जनवरी को शासनादेश जारी किया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में समस्त जनपदों की विभिन्न तहसीलों में गडरिया समुदाय की उपजाति धनगर के अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं. इसी शासनादेश के तहत जनपद मथुरा के महावर तहसील मेंभी धनगर प्रमाण पत्र के आवेदनों पर प्रमाण पत्र जारी किए हैं. लेकिन जनपद की अन्य तहसीलों में धनगर प्रमाण पत्रों के आवेदनों को संपूर्ण साक्ष्य होने के बावजूद बिना जांच-पड़ताल किए बिना ही साक्ष्य अस्वीकृत किए जा रहे है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर 3 दिन के अंदर प्रमाण पत्र नहीं जारी किए गए तो धनगर समाज उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा.