महराजगंज: जिले की श्यामदेउरवा पुलिस ने मानवता को शर्मसार कर देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया है. इसमें सगे साले ने संपत्ति के लालच में बहनोई को ही मौत के घाट उतार दिया और लाश को ठिकाने लगा दिया. इस हत्याकांड को श्यामदेउरवा पुलिस पहले नहर में डूबने से हुई मौत मान रही थी. पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि अपने हिस्से की जमीन मां कहीं बहन-बहनोई को न लिख दे, इस डर से सगे भाई ने अपनी ही बहन का सुहाग उजाड़ दिया.
30 जुलाई को कुशीनगर जिले के अहिरौली थाना क्षेत्र के रहने वाले चंद्रकेश पांडे की नंदना ड्रेन में संदिग्ध परिस्थितियों में लाश श्यामदेउरवा पुलिस ने बरामद की थी. लाश की सूचना मृतक के साले कुलदीप तिवारी को पुलिस ने दी थी. पुलिस नहर के ड्रेन में डूबने से हुई मौत मानकर कार्रवाई में जुटी थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस हत्याकांड के सारे राज खोल दिए. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चंद्रकेश के सिर में गहरी चोट के निशान पाए गए. इस आधार पर श्यामदेउरवा प्रभारी निरीक्षक विजय राज सिंह ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
पुलिस ने बताया कि चंद्रकेश की हत्या उसके साले कुलदीप तिवारी और उसके साथी दीपक विश्वकर्मा ने की थी. हत्या करने के बाद उन्होंने लाश को नदी में फेंक दिया था. घटना के बाद से चंद्रकेश का साला कुलदीप तिवारी और उसका साथी दीपक विश्वकर्मा फरार चल रहे थे, जिन्हें बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से एक बाइक, दो मोबाइल फोन और नकदी बरामद की गई है.
श्यामदेउरवा थानाध्यक्ष विजय राज सिंह ने बताया कि मृतक चंद्रशेखर चार-पांच माह से अपनी पत्नी के साथ ससुराल में ही रह रहा था. इस बात का कुलदीप को डर था कि कहीं उसकी मां सुदामा देवी उसके हिस्से की जमीन बहन और बहनोई को न लिख दे. इसलिए उसने अपने साथी दीपक के साथ मिलकर अपने बहनोई चंद्रकेश को मौत के घाट उतार दिया और लाश को नहर ड्रेन में फेंक दिया.
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