महाराजगंजः उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में प्रधानमंत्री शहरी आवास (Prime Urban Housing) निर्माण की गति सुस्त है. पहली किस्त में मिली धनराशि से आशियाना उजाड़ कर दूसरी और तीसरी किस्त न मिलने से सैकड़ों लाभार्थी खुले आसमान तले जीवनयापन करने को मजबूर हैं. खुलेआम लाभार्थियों से हो रही धन उगाही से पीएम आवास योजना भ्रष्टाचार की भी भेंट चढ़ चुकी है.
बता दें कि जिले में लाभार्थियों को पहली किस्त में मिली धनराशि से भवन बनाने के बाद अब 7262 लाभार्थियों को दूसरी और तीसरी किस्त का इंतजार है. लगभग 8 से 9 महीने का समय बीतने के बाद भी दूसरी और तीसरी किस्त की धनराशि न मिलने से जहां उनके आवास के निर्माण की गति नहीं बढ़ पा रही है. वहीं इस बरसात के समय उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
प्रधानमंत्री शहरी आवास के लाभार्थियों को आशियाना बनाने के लिए सरकार द्वारा पहली किस्त में 50,000 रूपये दूसरी किस्त में 150,000 रूपये और तीसरी किस्त में 50,000 रूपये देने की व्यवस्था है. लाभार्थियों की माने तो जियो टैगिंग और दूसरी व तीसरी किस्त मंगाने के नाम पर दलाल और कुछ जिम्मेदार कर्मचारियों के द्वारा खुलेआम रिश्वत की मांग की जा रही है. जिसे देखकर जिम्मेदार अधिकारी मुकदर्शक बने हुए हैं. नहीं देने पर लाभार्थियों को जियो टैगिंग न करने और दूसरी व तीसरी किस्त न भेजने की धमकी देते है ऐसे में लाभार्थी विवश होकर सुविधा शुल्क देने को मजबूर हैं.
जिले के सभी 11 निकायों में पहले चरण में कार्य पूरा करने वाले 5509 लाभार्थियों को अब दूसरी किस्त का तथा 9 निकायों में दूसरे चरण का निर्माण पूरा करने वाले 1753 लाभार्थियों को तीसरी किस्त का इंतजार है. समय से धनराशि न मिलने की वजह से कुछ लाभार्थी जहां आधी अधूरी व्यवस्था में रह रहे हैं. वहीं कुछ लाभार्थी सूदखोरों से ब्याज पर पैसा लेकर निर्माण कार्य में जुटे हैं. इस उम्मीद के साथ की अगली किस्त आएगा तो उन्हें सूद ब्याज के साथ लौटा देंगे.
जिले के 11 निकायों में दूसरी किस्त का इंतजार
नगर पालिका महराजगंज (Municipality Maharajganj) के 673, नौतनवा के 262 ,सिसवा के 143 तथा नगर पंचायत आनंदनगर के 592, बृजमनगंज के 149, चौक के 1825, घुघली के 54, निचलौल के 58, पनियरा के 866, परतावल के 653, और सुनौली के 234 लाभार्थी है. जो अपने आशियानें को उजाड़ कर दूसरी किस्त का इंतजार कर रहे हैं.
तीसरी किस्त का इंतजार कर रहे 1753 लाभार्थी
जिले के 9 निकायों में 1753 लाभार्थी हैं, जो तीसरी किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इनमें नगर पालिका महराजगंज के 378, नौतनवा के 240, सिसवा के 158, नगर पंचायत आनंदनगर के 49, चौक के 11, घुघली के 187, निचलौल के 240, पनियरा के 29 और सोनौली के 461 लाभार्थी शामिल हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने महराजगंज जिले के नगर पंचायत पनियरा में प्रधानमंत्री शहरी आवास का जमीनी हकीकत जानने का प्रयास किया. वहां पर लाभार्थियों ने बताया कि जिन लोगों ने सुविधा शुल्क दिया उनकी पहली, दूसरी व तीसरी किस्त समय से भेज दी गई है. वहीं, जिन लाभार्थियों ने सुविधा शुल्क देने से इंकार कर दिया उन्हें आज तक दूसरी किस्त नहीं मिली है. लाभार्थियों ने बताया कि सुविधा शुल्क न देने पर धमकी दी गई थी कि उनका दूसरा और तीसरा किस्त समय से नहीं आएगा. ऐसे में तमाम लाभार्थी हैं जो अपने मासूम बच्चों के साथ खुले आसमान तले इस बरसात के समय में जीवन यापन करने को मजबूर हैं. लाभार्थियों ने बताया कि जियो टैगिंग के नाम पर खुलेआम पैसा मांगा जा रहा है इसकी शिकायत करें तो किससे कोई सुनने वाला नहीं है.
यह भी पढ़ें-Dr BB Lal : दुनिया के सामने प्रमाण लाकर महाभारत-रामायण को कल्पना बताने वालों का कर दिया था मुंह बंद
इस संबंध में नगर प्रशासक व अपर एसडीएम मदन मोहन वर्मा ने बताया कि मामले की जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. प्रधानमंत्री शहरी आवास में लाभार्थियों से धन उगाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
यह भी पढ़ें-वाराणसी में गंगा पार चार महीने के लिए बसेगी टेंट सिटी, ये सुविधाएं मिलेंगी