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सीएम का फरमान: डीएम-एसपी 9 बजे पहुंचें दफ्तर, लापरवाही की तो होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों कर्मचारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अंतिम चेतावनी दी है. मथुरा में 45 कर्मचारियों और चार अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटकर इसकी शुरुआत कर दी है.

योगी सरकार प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर सख्त.
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Published : Jun 27, 2019, 7:29 PM IST

लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे के अधिकारियों-जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को हर हाल में सुबह 9 बजे तक दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सभी अधिकारी तत्काल प्रभाव से इसका पालन करें और ऐसा नहीं होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. हालांकि सीएम योगी का यह पहली बार समय से दफ्तर पहुंचने का निर्देश नहीं है. इससे पहले भी कई बार योगी समय पर दफ्तर पहुंचने के लिए निर्देशित कर चुके हैं.

जनता की सुनवाई के लिए भी सीएम के हैं निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को जनता की समस्याओं को सुनने के लिए एक समय तय करने के निर्देश दिए हैं. पिछले दिनों जिलाधिकारियों और कप्तानों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था, कि जनता की समस्याएं किसी भी सूरत में शासन तक नहीं आनी चाहिए. सारी समस्याओं का समाधान निचले स्तर पर करने का निर्देश दिया था. उन्होंने कहा था कि प्रत्येक जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हर दिन जन सुनवाई के लिए कम से कम एक घंटे का एक निश्चित समय निर्धारित करें.

योगी सरकार प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर सख्त.

जनता उस समय आकर उनसे मुलाकात कर सके और अपनी पीड़ा सुना सके. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडे ने भी जिलाधिकारियों और अधीक्षकों को निर्देश जारी किया था. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कई बार अधिकारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने और जन सुनवाई करने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

बायोमैट्रिक सिस्टम हो तो बने बात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हों या मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडे अधिकारियों को बार-बार समय पर दफ्तर पहुंचने और जनसुनवाई के निर्देश दे रहे हैं. लेकिन इसमें कहीं न कहीं कोताही बरती जा रही है. जानकारों का कहना है कि अगर अधिकारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच रहे तो उसे रोकने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. यदि हर दफ्तर में बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाया जाए तो यह सम्भव है. यह भी सुनिश्चित हो कि उस व्यवस्था को सभी लोग फॉलो करें. उसमें चाहे आईएएस और पीसीएस अधिकारी ही क्यों न हों.

पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के सचिवालय में लगवाया बायोमैट्रिक
अधिकारी समय से दफ्तर पहुंचें, इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के सचिवालय में बायोमैट्रिक सिस्टम लागू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी अधिकारियों को सुबह 9 बजे दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए थे. बायोमैट्रिक सिस्टम लागू होने की वजह से सभी अधिकारियों के लिए समय पर दफ्तर पहुंचना बाध्यता है. यही वजह है कि वह लोग वहां समय से दफ्तर पहुंच रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को समय से कार्यालय पहुंचने के निर्देश दिए हैं. अच्छे अधिकारी और कर्मचारी समय पर पहुंच भी रहे हैं. जो लोग नहीं पहुंच रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मथुरा में 47 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका एक दिन का वेतन काटा गया है. चार अधिकारियों का भी वेतन काटा गया. इसमें चाहे आईएएस अधिकारी हों या पीसीएस, सबको समय पर दफ्तर आना होगा. जिलों में कर्मचारियों और अधिकारियों की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी खुद कर रहे हैं और जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान की मॉनिटरिंग प्रदेश मुख्यालय से की जा रही है.
-श्रीकांत शर्मा, ऊर्जा मंत्री, यूपी सरकार

लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे के अधिकारियों-जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को हर हाल में सुबह 9 बजे तक दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सभी अधिकारी तत्काल प्रभाव से इसका पालन करें और ऐसा नहीं होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. हालांकि सीएम योगी का यह पहली बार समय से दफ्तर पहुंचने का निर्देश नहीं है. इससे पहले भी कई बार योगी समय पर दफ्तर पहुंचने के लिए निर्देशित कर चुके हैं.

जनता की सुनवाई के लिए भी सीएम के हैं निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को जनता की समस्याओं को सुनने के लिए एक समय तय करने के निर्देश दिए हैं. पिछले दिनों जिलाधिकारियों और कप्तानों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था, कि जनता की समस्याएं किसी भी सूरत में शासन तक नहीं आनी चाहिए. सारी समस्याओं का समाधान निचले स्तर पर करने का निर्देश दिया था. उन्होंने कहा था कि प्रत्येक जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हर दिन जन सुनवाई के लिए कम से कम एक घंटे का एक निश्चित समय निर्धारित करें.

योगी सरकार प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर सख्त.

जनता उस समय आकर उनसे मुलाकात कर सके और अपनी पीड़ा सुना सके. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडे ने भी जिलाधिकारियों और अधीक्षकों को निर्देश जारी किया था. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कई बार अधिकारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने और जन सुनवाई करने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

बायोमैट्रिक सिस्टम हो तो बने बात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हों या मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडे अधिकारियों को बार-बार समय पर दफ्तर पहुंचने और जनसुनवाई के निर्देश दे रहे हैं. लेकिन इसमें कहीं न कहीं कोताही बरती जा रही है. जानकारों का कहना है कि अगर अधिकारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच रहे तो उसे रोकने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. यदि हर दफ्तर में बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाया जाए तो यह सम्भव है. यह भी सुनिश्चित हो कि उस व्यवस्था को सभी लोग फॉलो करें. उसमें चाहे आईएएस और पीसीएस अधिकारी ही क्यों न हों.

पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के सचिवालय में लगवाया बायोमैट्रिक
अधिकारी समय से दफ्तर पहुंचें, इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के सचिवालय में बायोमैट्रिक सिस्टम लागू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी अधिकारियों को सुबह 9 बजे दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए थे. बायोमैट्रिक सिस्टम लागू होने की वजह से सभी अधिकारियों के लिए समय पर दफ्तर पहुंचना बाध्यता है. यही वजह है कि वह लोग वहां समय से दफ्तर पहुंच रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को समय से कार्यालय पहुंचने के निर्देश दिए हैं. अच्छे अधिकारी और कर्मचारी समय पर पहुंच भी रहे हैं. जो लोग नहीं पहुंच रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मथुरा में 47 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका एक दिन का वेतन काटा गया है. चार अधिकारियों का भी वेतन काटा गया. इसमें चाहे आईएएस अधिकारी हों या पीसीएस, सबको समय पर दफ्तर आना होगा. जिलों में कर्मचारियों और अधिकारियों की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी खुद कर रहे हैं और जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान की मॉनिटरिंग प्रदेश मुख्यालय से की जा रही है.
-श्रीकांत शर्मा, ऊर्जा मंत्री, यूपी सरकार

Intro:लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे के अधिकारियों-जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों- को हर हाल में सुबह नौ बजे तक दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सभी अधिकारी तत्काल प्रभाव से इसका पालन करें और ऐसा नहीं होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि सीएम योगी का यह पहली बार समय से दफ्तर पहुंचने का निर्देश नहीं है। इससे पहले भी कई बार योगी समय पर दफ्तर पहुंचने के लिए निर्देशित कर चुके हैं।


Body:जनता की सुनवाई के लिए भी सीएम के हैं निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को जनता की समस्याओं को सुनने के लिए एक समय तय करने के निर्देश दिए हैं। पिछले दिनों जिलाधिकारियों और कप्तानों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था कि जनता की समस्याएं किसी भी सूरत में शासन तक नहीं आनी चाहिए। सारी समस्याओं का समाधान निचले स्तर पर करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रत्येक जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हर दिन जन सुनवाई के लिए कम से कम एक घंटे का एक निश्चित समय निर्धारित करें ताकि जनता उस समय आकर उनसे मुलाकात कर सके और अपनी पीड़ा सुना सके। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडे ने भी जिलाधिकारियों और अधीक्षकों को निर्देश जारी किया साथ। ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कई बार अधिकारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने और जन सुनवाई करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।

बायोमेट्रिक सिस्टम हो तो बने बात

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हों या मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडे अधिकारियों को बार-बार समय पर दफ्तर पहुंचने और जनसुनवाई के निर्देश दे रहे हैं। लेकिन इसमें कहीं ना कहीं कोताही बरती जा रही है। जानकारों का कहना है कि अगर अधिकारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच रहे तो उसे रोकने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। यदि हर दफ्तर में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाया जाए तो यह सम्भव है। यह भी सुनिश्चित हो कि उस व्यवस्था को सभी लोग फॉलो करें। उसमे चाहे आईएएस और पीसीएस अधिकारी ही क्यों न हों।

पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के सचिवालय में लगवाया बायोमेट्रिक

अधिकारी समय से दफ्तर पहुंचें, इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के सचिवालय में बायोमैट्रिक सिस्टम लागू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी अधिकारियों को सुबह 9:00 बजे दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए थे। बायोमैट्रिक सिस्टम लागू होने की वजह से सभी अधिकारियों के लिए समय पर दफ्तर पहुंचना बाध्यता है। यही वजह है कि वह लोग वहां समय से दफ्तर पहुंच रहे हैं।

बाईट- योगी सरकार के मंत्री व सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को समय से कार्यालय पहुंचने के निर्देश दिए हैं। अच्छे अधिकारी और कर्मचारी समय पर पहुंच भी रहे हैं। जो लोग नहीं पहुंच रहे हैं। उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। मथुरा में 47 कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनका एक दिन का वेतन काटा गया है। चार अधिकारियों का भी वेतन काटा गया। इसमें चाहे आईएएस अधिकारी हों या पीसीएस, सबको समय पर दफ्तर आना होगा। जिलों में कर्मचारियों और अधिकारियों की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी खुद कर रहे हैं और जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान की मॉनिटरिंग प्रदेश मुख्यालय से की जा रही है।


Conclusion:यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों कर्मचारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अंतिम चेतावनी दी है साथ ही। एक दिन का वेतन काटने के लिए भी कहा है। मथुरा जिले में 45 कर्मचारियों और चार अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटकर इसकी शुरुआत कर दी है। सरकार के इस कदम से सरकारी तंत्र में एक संदेश जाएगा कि अब ऐसी हरकत करने वाले अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे।
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