लखनऊ : राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बीच यूपी के राजनीति दलों के बीच जुबानी जंग देखने को मिली. चुनाव के दौरान कभी समाजवादी पार्टी के साथी रहे सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. वहीं शिवपाल यादव ने भी अखिलेश को इशारों-इशारों में बता दिया कि उन्होंने चुनाव में समर्थन किसको किया है. यही नहीं राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के दौरान सपा विधायकों की तरफ से क्रॉस वोटिंग का अंदेशा जताया जा रहा है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि वह नेताजी (मुलायम यादव) को ISI एजेंट कहने वाले (विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा) का कभी समर्थन नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि सपा के कट्टर नेता,नेताजी के सिद्धांतों का पालन करने वाले ऐसे आरोप लगाने वाले उम्मीदवार का कभी समर्थन नहीं करेंगे. शिवपाल यादव ने कहा कि 'अखिलेश यादव मुझे सपा विधायक नहीं मानते, इसलिए कभी मुझे बैठक में नहीं बुलाते हैं. उन्होंने कहा कि नेताजी का अपमान हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. अखिलेश ने न हमसे पूछा न नेताजी से इसलिए मैं लोहिया जी के विचारों पर चल रहा हूं.'
राष्ट्रपति के लिए वोट करने बाद बाहर निकलते समय सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव टेंशन में हैं और हमें शिवपाल यादव से तलाक का इंतजार है. ओपी राजभर ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती से भी उनकी बात होगी, उसके बाद अगली रणनीति बनेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है.
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू बड़ी जीत दर्ज करेंगी. 21 तारीख को जब मतगणना होगी, तो 100 प्रतिशत द्रौपदी मुर्मू ही जीतेंगी. अब अखिलेश यादव को वोट की जरूरत नहीं है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कुल 396 विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग की है. इसके अलावा 5 विधायकों ने दूसरे राज्य में अपना मतदान किया है. सपा विधायक नाहिद हसन जेल में होने के कारण और सपा विधायक अब्बास अंसारी का गिरफ्तारी वारंट होने की वजह से वोट नहीं पड़ सका है. इसके अलावा कुछ विधायकों की क्रॉस वोटिंग की भी खबर सामने आई है.