ETV Bharat / state

नगर निगम प्रशासन की लापरवाही, बैकुंठ धाम में महंगे दामों में मिल रही लकड़ी, पार्षद धरने पर बैठे

राजधानी में नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. महंगी लकड़ी मिलने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पार्षद धरना दे रहे हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Apr 6, 2023, 7:21 PM IST

देखें पूरी खबर

लखनऊ : नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के चलते भैंसाकुंड में अपनों का अंतिम संस्कार करने के लिए पहुंचने वाले लोगों की जेब ढीली हो रही है. नगर निगम के अधिकारियों की तरफ से रेट का निर्धारण न करने से महंगे दामों में अंत्येष्टि के लिए लकड़ी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. निगम प्रशासन ने कमेटी भी बनाई गई, लेकिन ठेकेदारों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है.


ईटीवी भारत ने गुरुवार को बैकुंठ धाम में लकड़ियों की कीमतों की पड़ताल की तो स्थिति काफी निराशाजनक मिली. बैकुंठ धाम में भारतीय जनता पार्टी के कई पार्षद लकड़ियों की कीमतों में अंकुश लगाए जाने और नगर निगम प्रशासन द्वारा लकड़ी की कीमतों को निर्धारित करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. ईटीवी भारत ने धरना दे रहे बीजेपी के पूर्व पार्षद रणजीत सिंह से बात की. उन्होंने कहा कि 'नगर निगम प्रशासन की तरफ से मनमानी की जा रही है. लकड़ी की कीमतों को निर्धारित नहीं किया गया है, जिससे अंत्येष्टि में आने वाले लोगों को मनमानी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और निर्धारित कीमतों से अधिक कीमत पर अपने परिजनों के अंत्येष्टि के लिए लकड़ी खरीदनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि ₹550 प्रति क्विंटल लकड़ी की कीमत निर्धारित की गई थी, इस समय 700 से 800 व ₹900 में लोग अंत्येष्टि के लिए लकड़ी खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं. हमने सरकार और संगठन के लोगों को भी बताया है. हमने सब को यह जानकारी दी है कि यहां पर दुख के समय लोग महंगी कीमतों पर लकड़ी खरीदने को मजबूर हैं. इसकी व्यवस्था बेहतर करनी चाहिए. नगर निगम प्रशासन द्वारा लकड़ी की कीमतों को निर्धारित करने का काम करना चाहिए. करीब 20 दिन पहले नगर आयुक्त ने कमेटी का गठन किया था, लेकिन अभी तक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी, जिससे लकड़ी की कीमतों को निर्धारित किया जा सके.


बीजेपी के पार्षद संतोष राय ने बताया कि 'हम सब बीजेपी के पार्षद यहां पर धरना दे रहे हैं. हमारी नगर निगम प्रशासन और सरकार से मांग है कि लकड़ी की कीमतों को निर्धारित किया जाए.' अपने परिजन के अंतिम संस्कार के लिए बैकुंठ धाम पहुंचे शैलेंद्र ने कहा कि 'निर्धारित लकड़ी की कीमतों से ज्यादा कीमत पर लकड़ी खरीदकर अंत्येष्टि करने को हम लोग मजबूर हुए हैं. हमारी नगर निगम प्रशासन से मांग है कि लकड़ी की कीमतों को निर्धारित किया जाए, जिससे लोग इस दुख की घड़ी में भी परेशान ना हों.'


नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि 'लकड़ी की कीमत तय करने को लेकर कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अंत्येष्टि के लिए लकड़ी की कीमतों को निर्धारित करने का काम किया जाएगा. ठेकेदार को अधिक दामों पर लकड़ी नहीं बेचने के निर्देश दिए गए हैं.'

यह भी पढ़ें : 10 अप्रैल से बिजली दरों पर होगी सुनवाई, जनहित याचिका दाखिल

देखें पूरी खबर

लखनऊ : नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के चलते भैंसाकुंड में अपनों का अंतिम संस्कार करने के लिए पहुंचने वाले लोगों की जेब ढीली हो रही है. नगर निगम के अधिकारियों की तरफ से रेट का निर्धारण न करने से महंगे दामों में अंत्येष्टि के लिए लकड़ी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. निगम प्रशासन ने कमेटी भी बनाई गई, लेकिन ठेकेदारों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है.


ईटीवी भारत ने गुरुवार को बैकुंठ धाम में लकड़ियों की कीमतों की पड़ताल की तो स्थिति काफी निराशाजनक मिली. बैकुंठ धाम में भारतीय जनता पार्टी के कई पार्षद लकड़ियों की कीमतों में अंकुश लगाए जाने और नगर निगम प्रशासन द्वारा लकड़ी की कीमतों को निर्धारित करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. ईटीवी भारत ने धरना दे रहे बीजेपी के पूर्व पार्षद रणजीत सिंह से बात की. उन्होंने कहा कि 'नगर निगम प्रशासन की तरफ से मनमानी की जा रही है. लकड़ी की कीमतों को निर्धारित नहीं किया गया है, जिससे अंत्येष्टि में आने वाले लोगों को मनमानी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और निर्धारित कीमतों से अधिक कीमत पर अपने परिजनों के अंत्येष्टि के लिए लकड़ी खरीदनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि ₹550 प्रति क्विंटल लकड़ी की कीमत निर्धारित की गई थी, इस समय 700 से 800 व ₹900 में लोग अंत्येष्टि के लिए लकड़ी खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं. हमने सरकार और संगठन के लोगों को भी बताया है. हमने सब को यह जानकारी दी है कि यहां पर दुख के समय लोग महंगी कीमतों पर लकड़ी खरीदने को मजबूर हैं. इसकी व्यवस्था बेहतर करनी चाहिए. नगर निगम प्रशासन द्वारा लकड़ी की कीमतों को निर्धारित करने का काम करना चाहिए. करीब 20 दिन पहले नगर आयुक्त ने कमेटी का गठन किया था, लेकिन अभी तक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी, जिससे लकड़ी की कीमतों को निर्धारित किया जा सके.


बीजेपी के पार्षद संतोष राय ने बताया कि 'हम सब बीजेपी के पार्षद यहां पर धरना दे रहे हैं. हमारी नगर निगम प्रशासन और सरकार से मांग है कि लकड़ी की कीमतों को निर्धारित किया जाए.' अपने परिजन के अंतिम संस्कार के लिए बैकुंठ धाम पहुंचे शैलेंद्र ने कहा कि 'निर्धारित लकड़ी की कीमतों से ज्यादा कीमत पर लकड़ी खरीदकर अंत्येष्टि करने को हम लोग मजबूर हुए हैं. हमारी नगर निगम प्रशासन से मांग है कि लकड़ी की कीमतों को निर्धारित किया जाए, जिससे लोग इस दुख की घड़ी में भी परेशान ना हों.'


नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि 'लकड़ी की कीमत तय करने को लेकर कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अंत्येष्टि के लिए लकड़ी की कीमतों को निर्धारित करने का काम किया जाएगा. ठेकेदार को अधिक दामों पर लकड़ी नहीं बेचने के निर्देश दिए गए हैं.'

यह भी पढ़ें : 10 अप्रैल से बिजली दरों पर होगी सुनवाई, जनहित याचिका दाखिल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.