लखनऊ: कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के देखते हुए इस साल लोगों ने अपने घर पर ही प्रात: काल उदय होते हुए को सूर्य को अर्घ्य देकर नवसंवत्सर का स्वागत किया. ज्ञात हो कि मंगलवार से भारतीय नव संवत्सर २०७८ आरंभ हो गया. प्रत्येक वर्ष पुराने शहर स्थित कुड़ियां घाट पर नवसंवत्सर के पहले दिन नवसंवत्सर महोत्सव समिति की ओर से एक साथ सूर्य को अर्घ्य देने का कार्यक्रम होता था. इस अवसर समिति की ओर से कला साधक सम्मान दिया जाता था और शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम भी आयोजित होते थे. लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया.
कोरोना के कारण अलग-अलग दिया अर्घ्य
नवसंवत्सर महोत्सव समिति की सहसंयोजिका डाॅ. पूनम श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण समिति के संयोजक उदयभानु सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने इस बार अपने घरों से ही सूर्य को अर्घ्य देकर नवसंवत्सर का स्वागत करने का निर्णय लिया था.
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बाद में दिया जाएगा सम्मान
डाॅ. पूनम ने इस साल का और पिछले साल का कला साधक सम्मान क्रमशः रमा अरुण त्रिवेदी और पं. धर्मनाथ मिश्र को हालात सुधरने के बाद कार्यक्रम आयोजित कर प्रदान किया जाएगा.