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मेरे ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियादीः वसीम रिजवी

यूपी के लखनऊ में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने उनके ऊपर लगे सभी आरोपों का निराधार बताया है. उनका कहना है कि पुराने विवाद के चलते बदले के भाव से एफआईआर कराई है. बता दें कि वसीम रिजवी पर कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कराया है.

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी.
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी.
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Published : Nov 17, 2020, 6:30 PM IST

लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने अपने ऊपर बिजनौर के थाना नगीना देहात में दर्ज हुई एफआईआर को बेबुनियाद बताया है. वसीम रिजवी पर रंगदारी मांगने, धमकी देने और हत्या कर देने के आरोप में दस संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. रिजवी ने सभी आरोपों को खारिज किया. उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता को पूर्व में शिया वक्फ बोर्ड से हटा दिया गया था. शिकायतकर्ता ने बदले की भावना से यह फैसला लिया है.

कई धाराओं में मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में दरगाह आलिया नज्फ-ए-हिन्द के पूर्व प्रशासक सय्यद कैसर अली बाकरी ने वसीम रिजवी समेत चार लोगों पर 420 समेत संगीन धाराओं में मामला दर्ज कराया है. शिकायतकर्ता कैसर अली बाकरी का आरोप है कि वसीम रिजवी और उनके लोगों ने जान से मार देने और बच्चों के अपहरण के एवज में उनसे कई बार रंगदारी के पैसे लिए जिसके बैंक स्टेटमेंट भी उनके पास मौजूद हैं.

रिजवी ने निराधार बताई एफआईआर
इस मामले पर जब उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने इस एफआईआर को गलत बताया. उनका कहना है कि सारे आरोप निराधार हैं. प्रशासक के पद से हटाए जाने के चलते सय्यद कैसर अली बाकरी ने यह झूठा मुकदमा दर्ज कराया है.

रिजवी ने रंगदारी के आरोप पर कहा कि फिल्म रामजन्मभूमि बनाये जाने के दौरान कई लोगों से चंदा लिया गया था वहीं पैसा सय्यद अली बाकरी ने भी दिया था जिसको वह अब रंगदारी बता रहे हैं. वसीम रिजवी ने कहा कि कौन शख्स एक नम्बर में अपने अकाउंट में ब्लैकमेलिंग का पैसा लेता है.

पुराने विवाद के चलते हुई एफआईआर
रिजवी ने कहा कि उनके विरोधी मौलाना कल्बे जवाद से शिकायतकर्ता के अब नजदीकी संबंध हो गए हैं जिसके चलते पुराने मामले पर अब एफआईआर दर्ज कराई गई है. वसीम रिजवी ने शिकायतकर्ता को प्रशासक पद से पूर्व में हटाए जाने के लिए अपने फैसले पर बोलते हुए कहा कि सैय्यद अली बाकरी हेर फेर कर कई मामलों में गलत ढंग से पैसा कमाने लगे थे, जिस वजह से उन्हें हटाया गया था.

विवादों से रहा है पुराना नाता
उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का विवादों से पुराना नाता रहा है. रिजवी पर धार्मिक भावनाएं आहत करने, वक्फ सम्पत्तियों में खुर्द-बुर्द (हेर-फेर) करने और सम्पत्तियों को बेचने समेत कई गम्भीर मामले दर्ज हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने वसीम रिजवी पर पिछले कुछ वक्त पहले ही मानहानि तक का मुकदमा कायम कराया है. वहीं रिजवी पर बिजनौर में दर्ज हुए इस मुकदमे के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही हैं.

लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने अपने ऊपर बिजनौर के थाना नगीना देहात में दर्ज हुई एफआईआर को बेबुनियाद बताया है. वसीम रिजवी पर रंगदारी मांगने, धमकी देने और हत्या कर देने के आरोप में दस संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. रिजवी ने सभी आरोपों को खारिज किया. उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता को पूर्व में शिया वक्फ बोर्ड से हटा दिया गया था. शिकायतकर्ता ने बदले की भावना से यह फैसला लिया है.

कई धाराओं में मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में दरगाह आलिया नज्फ-ए-हिन्द के पूर्व प्रशासक सय्यद कैसर अली बाकरी ने वसीम रिजवी समेत चार लोगों पर 420 समेत संगीन धाराओं में मामला दर्ज कराया है. शिकायतकर्ता कैसर अली बाकरी का आरोप है कि वसीम रिजवी और उनके लोगों ने जान से मार देने और बच्चों के अपहरण के एवज में उनसे कई बार रंगदारी के पैसे लिए जिसके बैंक स्टेटमेंट भी उनके पास मौजूद हैं.

रिजवी ने निराधार बताई एफआईआर
इस मामले पर जब उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने इस एफआईआर को गलत बताया. उनका कहना है कि सारे आरोप निराधार हैं. प्रशासक के पद से हटाए जाने के चलते सय्यद कैसर अली बाकरी ने यह झूठा मुकदमा दर्ज कराया है.

रिजवी ने रंगदारी के आरोप पर कहा कि फिल्म रामजन्मभूमि बनाये जाने के दौरान कई लोगों से चंदा लिया गया था वहीं पैसा सय्यद अली बाकरी ने भी दिया था जिसको वह अब रंगदारी बता रहे हैं. वसीम रिजवी ने कहा कि कौन शख्स एक नम्बर में अपने अकाउंट में ब्लैकमेलिंग का पैसा लेता है.

पुराने विवाद के चलते हुई एफआईआर
रिजवी ने कहा कि उनके विरोधी मौलाना कल्बे जवाद से शिकायतकर्ता के अब नजदीकी संबंध हो गए हैं जिसके चलते पुराने मामले पर अब एफआईआर दर्ज कराई गई है. वसीम रिजवी ने शिकायतकर्ता को प्रशासक पद से पूर्व में हटाए जाने के लिए अपने फैसले पर बोलते हुए कहा कि सैय्यद अली बाकरी हेर फेर कर कई मामलों में गलत ढंग से पैसा कमाने लगे थे, जिस वजह से उन्हें हटाया गया था.

विवादों से रहा है पुराना नाता
उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का विवादों से पुराना नाता रहा है. रिजवी पर धार्मिक भावनाएं आहत करने, वक्फ सम्पत्तियों में खुर्द-बुर्द (हेर-फेर) करने और सम्पत्तियों को बेचने समेत कई गम्भीर मामले दर्ज हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने वसीम रिजवी पर पिछले कुछ वक्त पहले ही मानहानि तक का मुकदमा कायम कराया है. वहीं रिजवी पर बिजनौर में दर्ज हुए इस मुकदमे के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही हैं.

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