लखनऊ: कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के दौर में भी कुछ अधिकारी सरकारी कामकाज में अपना योगदान नहीं दे रहे हैं. इस दौर में सरकारी कार्यों में योगदान न देने के साथ ही अपने उच्चाधिकारियों के निर्देशों की लगातार अवहेलना करने वाले ग्राम पंचायत अधिकारी को जिला पंचायत राज अधिकारी निरीश चंद्र साहू ने बुधवार को निलंबित कर दिया.
सचिव द्वारा अपने से बड़े अधिकारी को न तो मांगी गई सूचना दी गई और न ही खंड विकास कार्यालय पर पहुंच कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया. बीडीओ ने बताया 28 मार्च और एक अप्रैल को मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल को रिपोर्ट भेजी गई थी. बीडीओ द्वारा भेजी गई रिपोर्ट की जांच के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा बुधवार को सचिव सुधांशु को निलंबित कर दिया गया है. उसे जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. अब इन ग्राम पंचायतों का कार्यभार दूसरे सचिव को दिया जायेगा.
कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के दौर में भी गांवों में तैनात अधिकारी अपनी ड्यूटी करने में घोर लापरवाही बरत रहे हैं. गरीब मजदूर ऐसे परिवारों को चिन्हित करने के लिये न सिर्फ उनके आदेशों की लगातार अवहेलना कर रहे हैं बल्कि अपने से बड़े अधिकारी के बुलाने पर भी कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं. राजधानी लखनऊ के जिला पंचायत राज अधिकारी निरीश चंद्र साहू द्वारा ऐसे ही एक लापरवाह ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित कर दिया है.