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आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को प्रशिक्षित करेगी योगी सरकार - disaster affected areas

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की बैठक में कहा कि अलग-अलग प्रकार की आपदाओं से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए. साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को प्रशिक्षित किया जाए.

आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को प्रशिक्षित करेगी योगी सरकार.
आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को प्रशिक्षित करेगी योगी सरकार.
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Published : Jan 5, 2021, 7:13 PM IST

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की बैठक में कहा कि अलग-अलग प्रकार की आपदाओं से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए. चिन्हित क्षेत्रों के लोगों को आपदा के समय बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति जागरूक करने के साथ ही बचाव के उपायों के संबंध में प्रशिक्षित भी किया जाए.

सीएम ने लोक भवन में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की शासी निकाय की तीसरी बैठक में कहा कि बाढ़, भूकम्प, आकाशीय बिजली, वन्य जीवों की आपदा से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम किया जाए. विद्यार्थियों को भी आपदा से बचाव के संबंध में जागरूक और प्रशिक्षित किया जाए. वहीं, जागरूकता के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रयोग किया जाए.

नाविकों और गोताखोरों को किया जाएगा प्रशिक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ वाले इलाकों के नाविकों और गोताखोरों का प्राथमिकता पर प्रशिक्षण कराया जाए. प्रशिक्षित नाविकों और गोताखोरों को निःशुल्क सेफ्टी किट भी प्रदान की जाए. सेफ्टी किट के तहत लाइफ जैकेट, पतवार, रस्सी, टार्च, प्राथमिक चिकित्सा किट सम्मिलित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लोगों की जागरूकता के लिए गोष्ठियों का आयोजन किया जाए. गोष्ठियों में बाढ़ से बचने के उपायों के साथ ही, बाढ़ के समय बरती जाने वाली सावधानियों के सम्बन्ध में भी जागरूक किया जाए.

आकाशीय बिजली से जनहानि रोकने के लिए तकनीक का उपयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि को न्यूनतम करने के लिए तकनीकी उपायों का व्यापक प्रयोग किया जाए. साथ ही सम्बन्धित क्षेत्रों में आकाशीय बिजली की सम्भावना की पूर्व सूचना के प्रसार की व्यवस्था भी की जाए. पूर्व सूचना देकर आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि को नियंत्रित किया जा सकता है.

जिले में स्थापित हैं कंट्रोल एवं कमांड सेंटर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में राज्य के सभी जिलों में एकीकृत कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किये गये हैं। आपदा के सम्बन्ध में इन कण्ट्रोल सेण्टर्स के उपयोग की व्यवस्था बनायी जाए। भविष्य में बनने वाले एकीकृत जिला कार्यालयों में एकीकृत कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर हेतु प्राविधान किया जाए। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, जल शक्ति मंत्री डाॅ महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी: रंग लाई SDM की मेहनत, बदल गई तहसील की तस्वीर

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की बैठक में कहा कि अलग-अलग प्रकार की आपदाओं से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए. चिन्हित क्षेत्रों के लोगों को आपदा के समय बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति जागरूक करने के साथ ही बचाव के उपायों के संबंध में प्रशिक्षित भी किया जाए.

सीएम ने लोक भवन में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की शासी निकाय की तीसरी बैठक में कहा कि बाढ़, भूकम्प, आकाशीय बिजली, वन्य जीवों की आपदा से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम किया जाए. विद्यार्थियों को भी आपदा से बचाव के संबंध में जागरूक और प्रशिक्षित किया जाए. वहीं, जागरूकता के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रयोग किया जाए.

नाविकों और गोताखोरों को किया जाएगा प्रशिक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ वाले इलाकों के नाविकों और गोताखोरों का प्राथमिकता पर प्रशिक्षण कराया जाए. प्रशिक्षित नाविकों और गोताखोरों को निःशुल्क सेफ्टी किट भी प्रदान की जाए. सेफ्टी किट के तहत लाइफ जैकेट, पतवार, रस्सी, टार्च, प्राथमिक चिकित्सा किट सम्मिलित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लोगों की जागरूकता के लिए गोष्ठियों का आयोजन किया जाए. गोष्ठियों में बाढ़ से बचने के उपायों के साथ ही, बाढ़ के समय बरती जाने वाली सावधानियों के सम्बन्ध में भी जागरूक किया जाए.

आकाशीय बिजली से जनहानि रोकने के लिए तकनीक का उपयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि को न्यूनतम करने के लिए तकनीकी उपायों का व्यापक प्रयोग किया जाए. साथ ही सम्बन्धित क्षेत्रों में आकाशीय बिजली की सम्भावना की पूर्व सूचना के प्रसार की व्यवस्था भी की जाए. पूर्व सूचना देकर आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि को नियंत्रित किया जा सकता है.

जिले में स्थापित हैं कंट्रोल एवं कमांड सेंटर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में राज्य के सभी जिलों में एकीकृत कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किये गये हैं। आपदा के सम्बन्ध में इन कण्ट्रोल सेण्टर्स के उपयोग की व्यवस्था बनायी जाए। भविष्य में बनने वाले एकीकृत जिला कार्यालयों में एकीकृत कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर हेतु प्राविधान किया जाए। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, जल शक्ति मंत्री डाॅ महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

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