लखनऊ: बिजली विभाग के रिश्वतखोर अधिकारियों पर प्रदेश सरकार की कड़ी कार्रवाई जारी है. कुछ दिन पहले दो अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त किया गया था. इसके अलावा चार अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया था. इसी कड़ी में बीते रविवार (29 मई) को एक अधिशासी अभियंता (Executive Engineer) को बर्खास्त किया गया है और जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer) को घूस मांगने के आरोप में सस्पेंड किया गया है.
ठेकेदार से घूस मांगने के आरोप में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड गोमती नगर (Madhyanchal Vidyut Vitran Nigam Limited Gomti Nagar) में तैनात रहे अधिशासी अभियंता विजय शंकर जौहरी को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने सेवा से बर्खास्त कर दिया है. बता दें कि कुछ दिन पहले अधिशासी अभियंता विजय शंकर जौहरी का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे घूस मांग रहे थे.
अधिशासी अभियंता जौहरी ने जांच समिति को बताया था कि ऑडियो में जो आवाज है वो उनकी नहीं है. प्रबंधन ने इस मामले की फॉरेंसिक जांच कराई, जिसमें जौहरी की ही आवाज होने की पुष्टि हो गई थी. निदेशक वित्त के नाम पर ठेकेदार से अवैध रूप से रिश्वत मांगी जा रही थी. अभियंता की इस करतूत पर प्रबंधन ने उसे सेवा से ही बर्खास्त कर दिया है.
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वहीं, बख्शी का तालाब क्षेत्र के बौरामऊ उपकेंद्र के जूनियर इंजीनियर को बिजली चोरी के मामले को बढ़ावा देने और नई लाइन का स्टीमेट पास कराने के लिए एक उपभोक्ता से रिश्वत लेने के आरोप के बाद निलंबित कर दिया गया. जेई का भी ऑडियो वायरल हुआ था.