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यूपी में टीबी का खात्मा होगा, सीएम योगी ने कहा- 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त होगा प्रदेश - उत्तर प्रदेश 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त

टीबी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त हो जाएगा (UP will be tuberculosis free by 2025). इसके लिए अभी से प्रयास शुरू कर देने चाहिए.

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Etv Bharat CM Yogi Adityanath on tuberculosis in UP टीबी पर सीएम योगी आदित्यनाथ UP will be tuberculosis free by 2025 उत्तर प्रदेश 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त यूपी में टीबी का खात्मा होगा
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 18, 2023, 7:31 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त हो जाएगा (UP will be tuberculosis free by 2025). टीबी पर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath on tuberculosis in UP) ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश को वर्ष 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए अलग-अलग तरीके से टीबी के मरीजों को खोजने का काम और उनका इलाज किया जा रहा है.

  • यह 'नए भारत' के 'नए उत्तर प्रदेश' की वह गाथा है... pic.twitter.com/grCjQzeSF5

    — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इसी के तहत योगी सरकार ने अब प्रीजेम्टिव (अनुमानित) केसों की ज्यादा से ज्यादा जांच कराने का फैसला किया है. स्टेट टीबी अफसर डॉ. शैलेंद्र भटनागर ने इस संबंध में सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों को पत्र जारी किया है. पत्र में निर्देश दिया गया है कि सभी जिले प्रीजेम्टिव टीबी के केसों की जांच बढ़ाएं. पत्र के मुताबिक इस साल प्रीजेम्टिव टीबी इक्जामिनेशन रेट 2000 प्रति लाख जनसंख्या प्रति वर्ष होना चाहिए. ज्यादातर जिले इस लक्ष्य को अभी तक प्राप्त नहीं कर सके हैं इसलिए साल के बचे कार्य दिवसों में लक्ष्य को प्राप्त करें.

  • इससे लाखों नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार की सुविधाएं भी विकसित हुई हैं... pic.twitter.com/azkSVFKpUn

    — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में संभावित क्षय रोगियों की हो जांच: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हालांकि टीबी मरीज खोजने के मामले में भारत की तारीफ की है. डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2023 के मुताबिक वर्ष 2022 में टीबी से होने वाली मौतें भी घटी हैं. इस दौरान दुनिया के 27 फीसदी टीबी मरीज भारत में पाए गए हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि देश-प्रदेश में टीबी मरीजों को चिंहिकरण का काम तेज हुआ है. नेशनल स्ट्रेटजिक प्लान 2017-2025 के मुताबिक, टीबी उन्मूलन का लक्ष्य 44 केस प्रति लाख निर्धारित किया गया है.

ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2023 के मुताबिक देश में बीते साल 199 केस प्रति लाख मिले हैं जिसे 2023 में 77 प्रति लाख होने की उम्मीद है. एसटीओ ने हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में एक्टिव केस फाइंडिंग कैम्पेन कराने, क्षय रोगियों के संपर्क में रहने वाले समस्त व्यक्तियों की जांच कराने, गैर संचारी रोग क्लीनिक, आरबीएसके व आरकेएसके की स्क्रीनिंग कराने के लिए जांच कराने और समस्त स्वास्थ्य सुविधाओं में रेफरल की नियमित मानीटरिंग के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निक्षय दिवस और मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के दौरान अधिक से अधिक संभावित क्षय रोगियों की जांच कराने को भी लिखा है.

ये भी पढ़ें- यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 25 जनवरी से शुरू होंगी, पहले चरण में लखनऊ सहित 25 जिले शामिल, देखें पूरा शेड्यूल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस से मुक्त हो जाएगा (UP will be tuberculosis free by 2025). टीबी पर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath on tuberculosis in UP) ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश को वर्ष 2025 तक ट्यूबरक्लोसिस मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए अलग-अलग तरीके से टीबी के मरीजों को खोजने का काम और उनका इलाज किया जा रहा है.

  • यह 'नए भारत' के 'नए उत्तर प्रदेश' की वह गाथा है... pic.twitter.com/grCjQzeSF5

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इसी के तहत योगी सरकार ने अब प्रीजेम्टिव (अनुमानित) केसों की ज्यादा से ज्यादा जांच कराने का फैसला किया है. स्टेट टीबी अफसर डॉ. शैलेंद्र भटनागर ने इस संबंध में सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों को पत्र जारी किया है. पत्र में निर्देश दिया गया है कि सभी जिले प्रीजेम्टिव टीबी के केसों की जांच बढ़ाएं. पत्र के मुताबिक इस साल प्रीजेम्टिव टीबी इक्जामिनेशन रेट 2000 प्रति लाख जनसंख्या प्रति वर्ष होना चाहिए. ज्यादातर जिले इस लक्ष्य को अभी तक प्राप्त नहीं कर सके हैं इसलिए साल के बचे कार्य दिवसों में लक्ष्य को प्राप्त करें.

  • इससे लाखों नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार की सुविधाएं भी विकसित हुई हैं... pic.twitter.com/azkSVFKpUn

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मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में संभावित क्षय रोगियों की हो जांच: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हालांकि टीबी मरीज खोजने के मामले में भारत की तारीफ की है. डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2023 के मुताबिक वर्ष 2022 में टीबी से होने वाली मौतें भी घटी हैं. इस दौरान दुनिया के 27 फीसदी टीबी मरीज भारत में पाए गए हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि देश-प्रदेश में टीबी मरीजों को चिंहिकरण का काम तेज हुआ है. नेशनल स्ट्रेटजिक प्लान 2017-2025 के मुताबिक, टीबी उन्मूलन का लक्ष्य 44 केस प्रति लाख निर्धारित किया गया है.

ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2023 के मुताबिक देश में बीते साल 199 केस प्रति लाख मिले हैं जिसे 2023 में 77 प्रति लाख होने की उम्मीद है. एसटीओ ने हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में एक्टिव केस फाइंडिंग कैम्पेन कराने, क्षय रोगियों के संपर्क में रहने वाले समस्त व्यक्तियों की जांच कराने, गैर संचारी रोग क्लीनिक, आरबीएसके व आरकेएसके की स्क्रीनिंग कराने के लिए जांच कराने और समस्त स्वास्थ्य सुविधाओं में रेफरल की नियमित मानीटरिंग के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निक्षय दिवस और मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के दौरान अधिक से अधिक संभावित क्षय रोगियों की जांच कराने को भी लिखा है.

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