लखनऊ: बिहार सरकार के लेटर पैड पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को दो शिक्षकों के ट्रासंफर के लिए फर्जी पत्र लिखा गया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए एसटीएफ की टीम ने पत्र लिखने वाले जालसाज को गिरफ्तार किया है.
यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के नाम एक पत्र मिला था, जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार की ओर से दो शिक्षकों के ट्रांसफर की बात कही गई थी. पत्र मिलने के बाद पत्र की सत्यता की पुष्टि के लिए एसटीएफ को लगाया गया. बिहार सरकार से पूछने पर पता चला कि यह पत्र पूरी तरीके से गलत और फर्जी है. इसके बाद एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए पत्र को बनाने वाले और पत्र पर सिग्नेचर करने वाले जालसाज शिवाजी यादव को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार किए गए आरोपी ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि उसने इंटरनेट के माध्यम से बिहार शासन के लेटर पैड और पत्र लेखन का एक वीडियो देखा था. उसी वीडियो के अनुसार उसने लेटर पैड, कंप्यूटर की मदद से बनाया और इस लेटर पैड पर गीतम सिंह सहायक अध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय जौनपुर और राहुल कुमार यादव सहायक अध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय आजमगढ़ के स्थानांतरण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा.
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एसटीएफ की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि गीतम सिंह और राहुल यादव का फर्जी तरीके से जारी किए गए लेटर में कोई हस्तक्षेप नहीं है. वहीं एसटीएफ को यह जानकारी मिली है कि शिवाजी यादव के इस कार्य में रामपाल प्रधानाध्यापक अभिनव प्राथमिक विद्यालय जौनपुर और मुन्ना यादव, जो कि जौनपुर का ही रहने वाला है, का हाथ है. अगर इस फर्जी पत्र के आधार पर दोनों अध्यापकों का ट्रांसफर हो जाता तो उसके बदले एक लाख रुपये मिलता, जिसे यह तीनों लोग बांट लेते.