लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) की बसों में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. अब कोहरा पड़ना भी शुरू हो गया है लिहाजा, बसों में न आग लगने की दुर्घटनाएं होने पाए और न ही कोहरे से ही बस हादसे का शिकार हों, इसे लेकर उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं.
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम की अनुबंधित बसों में आग लगने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि यूपी रोडवेज की बसों की पर्याप्त चेकिंग ( UP Roadways buses will be sent on route after checking) की जाए. बसों में आग लगने से परिवहन निगम को भारी नुकसान होता है. जान माल के नुकसान की भी संभावना बनी रहती है. उन्होंने कहा है कि सभी बसों (निगम/अनुबंधित) की पर्याप्त जांच करने और कमियों का निराकरण कराकर ही बसों को रूट पर भेजा जाए.
परिवहन मंत्री ने निर्देश दिये कि निगम के क्षेत्रीय अधिकारी स्वयं इस बात का चेकिंग करें कि बसों में अग्निशमन यंत्र लगे हों. बसों में ऑयल लीकेज न हो, विद्युत वायरिंग ठीक हो. अगर बसों में म्यूजिक सिस्टम, फैन, अतिरिक्त लाइट लगाई गई है तो उसकी भी जांच अवश्य की जाए. इस बात का भी ध्यान रखें कि कोई भी ज्वलनशील पदार्थ तो बसों से तो नहीं जा रहा है. उन्होंने चालकों और परिचालकों को अग्निशमन यंत्र चलाने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए.
प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) एसएल शर्मा ने कहा कि परिवहन मंत्री के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा. फोरमैन, केन्द्र प्रबंधक सभी को निर्देश दिये गये हैं कि बसों के सभी इलेक्ट्रिक वायरों, बैट्री से संचालित मोबाईल चार्जर की जांच करें और सुनिश्चित करें कि सभी उपकरण ठीक हैं. उसके बाद ही बसों को रूटों पर भेजा जाए. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय प्रबंधक और सेवा प्रबंधक मौके पर बस का निरीक्षण भी करेंगे और ज्वलनशील पदार्थ बसों से लाया जा रहा है कि नहीं इसकी जांच भी करेंगे. (UPSRTC News)
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