लखनऊ: बलरामपुर जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आने के बाद से लोगों में प्रशासन के इस कृत्य पर नाराजगी देखी जा रही है. बलरामपुर में शव को कूड़ेवाली गाड़ी से ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर अब राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने बलरामपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से जवाब तलब किया है.
राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य कुंवर इकबाल हैदर ने बलरामपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग को मीडिया के माध्यम से यह संज्ञान में आया है कि बलरामपुर में एक युवक के पार्थिव शरीर को नगरपालिका के कूड़ा डालने वाली गाड़ी से अपमानजनक तरीके से ले जाया गया है. उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत निंदनीय है और मानवता के परे है.
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यह प्रकरण गंभीर है, जिसे आयोग द्वारा गंभीरता से लिया गया है. इसलिए उपरोक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए आयोग आपसे अपेक्षा करता है कि आप प्रकरण में शीघ्र समुचित कार्रवाई करें. इकबाल हैदर ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है. इस तरह युवक के शव को कूड़े वाली गाड़ी से ले जाना बेहद गंभीर अपराध है. इसलिए इस मामले में डीएम और एसपी की रिपोर्ट के बाद अग्रिम कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा.
पूरा मामला बलरामपुर जिले के उतरौला कोतवाली क्षेत्र का है, जहां पुलिस को तहसील गेट के सामने एक अज्ञात व्यक्ति के शव के पड़े होने की सूचना मिली, जिसके बाद मौके पर पहुंचे उतरौला कोतवाल अनिल यादव व नगर चौकी इंचार्ज आरके रमन ने शव की शिनाख्त का प्रयास किया. शव की शिनाख्त थाना सादुल्लाहनगर के सहजौरा निवासी झिनकन के रूप में हुई. पुलिस टीम ने शव को एम्बुलेंस या किसी अन्य गाड़ी से ले जाना मुनासिब नहीं समझा. उन्होंने इस मामले में नगर पालिका परिषद की मदद ली और कूड़ा गाड़ी बुलवाकर सफाईकर्मियों से शव को कूड़ा गाड़ी पर ही लदवा दिया. वहां मौजूद कुछ लोगों ने इस वाक्ये को अपने मोबाइल में कैद कर लिया.