लखनऊ : उत्तर प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम हो रहा है यहां तक की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लापरवाह डॉक्टर समेत कर्मचारियों पर भी सख्त कार्रवाई हो रही है. वहीं उत्तर प्रदेश में एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज योजना के तहत यूपी में 27 जिलों में मंडलीय एवं जिला चिकित्सालयों को अपग्रेड किया जा रहा है. इन अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं. तीन चरणों में तैयार होने वाले मेडिकल कॉलेजों के पहले चरण के पांच और दूसरे चरण के आठ मेडिकल कॉलेज लगभग तैयार हो चुके हैं. अब इन अस्पतालों में तमाम व्यवस्थाएं भी होंगी और यहां की मैनपावर को भी बढ़ा दिया जाएगा. यह जानकारी बीते गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी ने दी.
मालूम हो कि पहले चरण में बस्ती, अयोध्या और शहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर बन कर तैयार हो चुके हैं. इसके अलावा जिला बहराइच में मेडिकल कॉलेज बन चुका है. अस्पताल परिसर 35 प्रतिशत बन चुका है. फिरोजाबाद में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद अस्पताल परिसर स्ट्रक्चर का काम पूरा हो गया है. यहां फिनिशिंग का काम चल रहा है. इसी तरह कॉलेज परिसर के केवल कुछ ही काम और बाकी हैं. दूसरे चरण के कॉलेजों में भी मीरजापुर, गाजीपुर, हरदोई, सिद्धार्थनगर, देवरिया, एटा, प्रतापगढ़ में अस्पताल परिसर बनकर भवन हस्तांतरित हो गए हैं. फतेहपुर में मेडिकल कॉलेज लगभग बन गया है. अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियांव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय जून में तैयार हो जाएगा.
आयुर्वेदिक अस्पतालों का होगा उद्धार
यूपी में जर्जर हो चुके सरकारी आयुर्वेदिक अस्पतालों के जगह पर 39 नए अस्पताल बनाए जाएंगे. इसके अलावा किराए पर चल रही आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियों के लिए 177 नई डिस्पेंसरियों का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए राज्य आयुष सोसाइटी को 1138.51 करोड़ रुपये की योजनाओं को अनुमोदन दिया गया है. मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि वे उत्तर प्रदेश स्टेट आयुष सोसाइटी की 9वीं शासी निकाय की बैठक में संबोधित कर रहे थे. उत्तर प्रदेश स्टेट आयुष सोसाइटी के तहत संचालित हॉस्पिटल व व्यवस्थाओं को स्वीकृत बजट से और सुदृढ़ किया जाएगा. नए आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स की स्थापना और आयुष, यूनानी, होम्योपैथी डिस्पेंसरी व अस्तपालों में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति को बेहतर किया जाएगा. इसके अलावा चित्रकूट, सीतापुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, एटा, भदोही, मुजफ्फरनगर और गाज़ियाबाद में आठ व पांच बेडेड इंटीग्रेटेड आयुष अस्पताल स्थापित किया जाएगा. बिजनौर व गाजीपुर में 50 बेडेड हॉस्पिटल स्थापित किए जाएंगे. वहीं 30 बेडेड इंटीग्रेटेड आयुष अस्पताल शामली, बाराबंकी, आजमगढ़ व उन्नाव में स्थापित किए जाएंगे.
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