लखनऊः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) से लगातार सियासी समीकरण बदल रहे हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी रणनीति के साथ ही मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी है. वहीं, छोटे राजनीतिक दल भी अपने आप को चुनावी दंगल में प्रजेंट करने के लिए सक्रिय हो गए हैं. इसी कड़ी में रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से दो छोटी पार्टियों के नेता मिले और अपनी-अपनी पार्टियों का समाजवादी पार्टी में विलय कर दिया.
![अखिलेश यादव के साथ जयहिन्द समाज पार्टी के नेता.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-luc-04-akhilesh-sp-7200991_24102021153617_2410f_1635069977_986.jpg)
समाजवादी पार्टी की तरफ से बयान जारी कर बताया गया कि किसान और आरक्षण, संविधान विरोधी भाजपा सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर देवेंद्र सिंह लोधी ने अपने साथियों के साथ समाजवादी पार्टी को दिया पूरा समर्थन दिया है. इसी प्रकार जयहिन्द समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदलाल निषाद ने अपने साथियों के साथ समाजवादी पार्टी को पूर्ण समर्थन दिया है. दोनों पार्टियों के नेताओं का कहना है कि सपा उनकी पार्टी एवं समाज का हमेशा मान एवं सम्मान रखेगी. इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उनका कारवां लगातार बढ़ रहा है.
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इसके अलावा अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था जताते हुए रायबरेली निवासी राहुल शिव गणेश लोधी अपने समर्थकों के साथ भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. समाजवादी पार्टी में अपनी पार्टियों का विलय करने के बाद नेताओं ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लेते हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव में समाज के सभी वर्गों को जोड़कर अखिलेश यादव की सरकार बनाने को लेकर हर स्तर पर काम करेंगे और संघर्ष करेंगे. भाजपा सरकार की नीतियों की सच्चाई भी जनता को बताने का काम किया जाएगा.