लखनऊः यूपी में कोरोना वायरस के प्रसार पर नियंत्रण हो रहा है. शनिवार को 24 घंटे में एक लाख 48 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 200 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. साथ ही 461 मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं. देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 49 लाख से अधिक टेस्ट यूपी में किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.
यह भी पढ़ें- यूपी में 346 मरीजों ने कोरोना को हराया, वैक्सीनेशन संख्या बढ़ी
इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमीक्रोन वेरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 0.95 फीसद पर आ गई.
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आए थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. 4 जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई है. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं.
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं अब 2,364 रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप