लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा के चालक अशोक वर्मा की रविवार रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. चालक की मौत से गुस्साए परिजनों ने मोटर इंचार्ज पर कार्रवाई की मांग की है. परिजनों ने सिविल अस्पताल में देर रात जमकर हंगामा भी काटा. मृतक के परिजनों ने एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र कुमार मिश्रा को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई करने की बात कही. पुलिस ने शिकायती पत्र लेते हुए परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया और मामलो को शांत कराया.
मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक अशोक कुमार राज्य संपत्ति विभाग में चालक के पद पर तैनात थे. जो निशातगंज के पेपर मिल कॉलोनी महानगर में अपने परिवार के साथ निवास करते थे. मृतक के दामाद श्रीशरण की मानें तो अशोक कुमार हार्ट पेशेंट थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे. इसके कारण उन्होंने छुट्टी भी ले रखी थी और सिविल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. रविवार को छुट्टी खत्म होने पर उनको फोन कर ड्यूटी पर वापस बुलाया गया था. आरोप है कि जब ससुर ने ड्यूटी पर आने पर असमर्थता जताई तो मोटर इंचार्ज अमरीश श्रीवास्तव ने उन्हें सस्पेंड कराने की धमकी भी दी थी.
इससे डर कर वह काम पर चले गए थे, लेकिन उनकी तबियत ठीक न होने की वजह से भी उनको रात तक छुट्टी नहीं दी गई. रविवार रात उन्हें कैबिनेट मंत्री के साथ लगा दिया गया. अशोक कुमार जब कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को एयरपोर्ट छोड़ने जा रहे थे तभी उनकी हालत रास्ते में बिगड़ गई और हार्टअटैक से उनकी मौत हो गई. कैबिनेट मंत्री को दूसरे चालक के द्वारा एयरपोर्ट भिजवाया गया.
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एसीपी हजरतगंज कुमार राघवेंद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि महानगर के रहने वाले अशोक कुमार की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. उनके परिवारीजनों ने एक शिकायती पत्र दिया है. इसमें मोटर मैनेजर अमरीश श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, लेकिन अभी पुख्ता जानकारी नहीं हो सकी है. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.