लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावना को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अपने पर्यटन गतिविधियों और तेजी लाने जा रही है. प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन विकास के लिए आधारभूत संरचना में बढ़ोतरी की जाएगी. इससे पर्यटन वृद्धि के राजस्व में वृद्धि होने के साथ ही साथ अप्रत्यक्ष रोजगार भी सुनिश्चित होगा. इसके लिए बुधवार को पेश हुए उत्तर प्रदेश सरकार के बजट में सरकार ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश ईकोटूरिज्म बोर्ड की स्थापना करने की घोषणा की. इस बोर्ड की स्थापना के लिए सरकार ने ढाई करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था किया है. इसके अलावा सरकार ने पर्यटन नीति 2018 के अंतर्गत घोषित इकाइयों के लिए ₹45 करोड़ की व्यवस्था की है.
बजट में सरकार ने शाकुंभरी देवी मंदिर क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए 300 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है. इस धनराशि से मंदिर के आसपास के क्षेत्रों को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा. इसमें शक्तिपीठ मां शाकुंभरी देवी मंदिर के लिए 50 करोड़ खर्च होंगे. इसके अलावा मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत प्रदेश में स्थित पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा.
बजट मैं बौद्ध परिपथ के विकास के लिए ₹40 करोड़, बुंदेलखंड विकास के लिए ₹40 करोड़, शुक्र तीर्थ धाम के लिए ₹10 करोड़ और प्रदेश के युवा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दो करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद के लिए ढाई करोड़ रुपये बजट में दिया गया है. इसके अलावा सरकार ने बजट में स्प्रिचुअल सर्किट योजना के अंतर्गत गोरखपुर देवीपाटन डुमरियागंज का पर्यटन विकास ईश्वर सर्किट योजना के अंतर्गत जेवर, दादरी, सिकंदराबाद, नोएडा, खुर्जा, बांदा का पर्यटन विकास जनपद मथुरा स्थित गोवर्धन के पर्यटन विकास हेतु स्वीकृत योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने की मंजूरी दी है.