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5 अप्रैल को नहीं आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट, सचिव परिषद ने किया खंडन - यूपी बोर्ड परीक्षाफल 2023

यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के परिणाम को लेकर फर्जी आदेश वायरल है. इस आदेश में परीक्षा परिणाम 5 अप्रैल को जारी होने का दावा किया गया है. हालांकि सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद दिव्य कांत शुक्ला ने इसे अराजकतत्वों की करतूत बताया है और जल्द अधिकारिक नोटिफिकेशन जारी करने की बात कही है.

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Published : Apr 1, 2023, 5:15 PM IST

लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित हुए यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के परिणाम को लेकर फर्जी आदेश वायरल है. इस आदेश में कहा गया है कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम 5 अप्रैल को जारी हो रहे हैं. जिसका सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद ने खंडन किया है. सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद दिव्य कांत शुक्ला की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कुछ अराजकतत्वों द्वारा सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर एक विज्ञप्ति प्रकाशित की गई है. विज्ञप्ति में वर्ष 2023 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों का परीक्षाफल 5 अप्रैल 2023 को घोषित किए जाने का उल्लेख किया गया है. सचिव ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि यह आदेश पूरी तरह से फर्जी है. उन्होंने कहा है कि फर्जी विज्ञप्ति वायरल करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

5 अप्रैल को नहीं आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट, सचिव परिषद ने किया खंडन.
5 अप्रैल को नहीं आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट, सचिव परिषद ने किया खंडन.

बता दें, यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू हुई थीं. पूरे प्रदेश में इन परीक्षाओं को आयोजित कराने के लिए 8753 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इन केंद्रों पर कुल 58 लाख 85 हजार 745 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. जिसमें हाईस्कूल में परीक्षार्थियों की संख्या 31 लाख 16 हजार 487 और इंटरमीडिएट में कुल परीक्षार्थियों की संख्या 27 लाख 69 हजार 258 थी. बोर्ड परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम 18 मार्च से शुरू हुआ था. पूरे प्रदेश में सवा लाख परीक्षकों ने 14 दिन में मूल्यांकन का काम पूरा कर दिया जो अपने आप में यूपी बोर्ड के इतिहास में सबसे कम समय में मूल्यांकन कार्य पूरा करने का एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया है.

सचिव दिव्य कांत शुक्ला ने बताया कि इस बार अंकन में कुल 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया गया है. जिसके लिए 258 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे. यूपी बोर्ड ने इस बार जुलाई से ही परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी थीं. जिससे इस बार समय से बोर्ड परीक्षा व मूल्यांकन कार्य को पूरा करा लिया गया. हालांकि परीक्षा परिणाम कब जारी होगा इसके लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपील की है कि वह बोर्ड परीक्षा के परिणाम के लिए अधिकारिक नोटिफिकेशन का इंतजार करें.


यह भी पढ़ें : मथुरा में मीना मस्जिद हटवाने की याचिका पर फिर होगी सुनवाई, 14 अप्रैल की मिली तारीख

लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित हुए यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के परिणाम को लेकर फर्जी आदेश वायरल है. इस आदेश में कहा गया है कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम 5 अप्रैल को जारी हो रहे हैं. जिसका सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद ने खंडन किया है. सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद दिव्य कांत शुक्ला की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कुछ अराजकतत्वों द्वारा सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर एक विज्ञप्ति प्रकाशित की गई है. विज्ञप्ति में वर्ष 2023 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों का परीक्षाफल 5 अप्रैल 2023 को घोषित किए जाने का उल्लेख किया गया है. सचिव ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि यह आदेश पूरी तरह से फर्जी है. उन्होंने कहा है कि फर्जी विज्ञप्ति वायरल करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

5 अप्रैल को नहीं आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट, सचिव परिषद ने किया खंडन.
5 अप्रैल को नहीं आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट, सचिव परिषद ने किया खंडन.

बता दें, यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू हुई थीं. पूरे प्रदेश में इन परीक्षाओं को आयोजित कराने के लिए 8753 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इन केंद्रों पर कुल 58 लाख 85 हजार 745 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. जिसमें हाईस्कूल में परीक्षार्थियों की संख्या 31 लाख 16 हजार 487 और इंटरमीडिएट में कुल परीक्षार्थियों की संख्या 27 लाख 69 हजार 258 थी. बोर्ड परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम 18 मार्च से शुरू हुआ था. पूरे प्रदेश में सवा लाख परीक्षकों ने 14 दिन में मूल्यांकन का काम पूरा कर दिया जो अपने आप में यूपी बोर्ड के इतिहास में सबसे कम समय में मूल्यांकन कार्य पूरा करने का एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया है.

सचिव दिव्य कांत शुक्ला ने बताया कि इस बार अंकन में कुल 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया गया है. जिसके लिए 258 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे. यूपी बोर्ड ने इस बार जुलाई से ही परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी थीं. जिससे इस बार समय से बोर्ड परीक्षा व मूल्यांकन कार्य को पूरा करा लिया गया. हालांकि परीक्षा परिणाम कब जारी होगा इसके लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपील की है कि वह बोर्ड परीक्षा के परिणाम के लिए अधिकारिक नोटिफिकेशन का इंतजार करें.


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