लखनऊः यूपी एटीएस ने (UP ATS) ने लखनऊ के खदरा निवासी तीन संदिग्धों को उठाया. बताया जा रहा है कि ये तीनों मिनहाज के दोस्त हैं और अक्सर उसकी दुकान पर बैठते थे. मिनहाज के पकड़े जाने से पहले तीनों की कई बार फोन से बातचीत भी हुई है. उसी दौरान से तीनों का मोबाइल स्विच ऑफ था. एटीएस ने तीनों से एटीएस मुख्यालय पर करीब छह घंटे पूछताछ की. हालांकि बाद में उन्हें शहर से बाहर न जाने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.
यूपी एटीएस ने पूछताछ में इनसे मिनहाज से सम्पर्क और उसके पास मिली पिस्टल के बारे में सवाल जवाब किए हैं. सूत्रों के मुताबिक मिनहाज की कॉल डिटेल में तीनों दोस्तों की 5 बार बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं. कॉल डिटेल के आधार पर यूपी एटीएस ने जब इन युवकों की छानबीन शुरू की और संपर्क करना चाहा तो इनके फोन स्विच ऑफ मिले. जिससे एटीएस के अफसरों का शक गहरा गया. यूपी एटीएस ने सर्विलांस के जरिए इन तीनों की लोकेशन की जानकारी ली, तो काकोरी से मिहनाज की गिरफ्तारी के वक्त इनकी लोकेशन दुबग्गा के आसपास मिली. इस पर ही एटीएस ने कॉल डिटेल से इनके घर वालों का मोबाइल पता कर तीनों से सम्पर्क किया और पूछताछ के लिए उठा लिया.
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एटीएस की पूछताछ में तीनों युवक मिनहाज से जान पहचान की बात स्वीकार रहे हैं. लेकिन आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने से इनकार कर रहे हैं. काफी मशक्कत के बाद भी यूपी एटीएस को अभी इनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं. उन्होंने कहा कि डर की वजह से मोबाइल को बंद कर लिया था. लेकिन घर पर ही थी कहीं भागे नहीं. यूपी एटीएस के एक अफसर ने बताया कि इसमें एक युवक वर्कशाप, दो एक निजी कम्पनी में काम करते हैं. ये लोग खदरा में मिनहाज की दुकान से बैट्री खरीदने के दौरान उसके सम्पर्क में आये थे और अपने परिचितों को बैट्री दिलाने के लिए ही कभी-कभार उसे फोन करते थे.