मुरादाबाद: सीएम योगी 'प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)' के अंतर्गत निर्मित भवनों का लोकार्पण और लाभार्थियों को चाबी वितरण कार्यक्रम में पहुंचे थे. यहां उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर उनके रविवार को हरदोई में दिए गए बयान को लेकर निशाना साधा. उन्होने कहा कि अखिलेश यादव की सोच देश को बांटने वाली है.
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकार प्रदेश की 24 करोड़ जनता को परिवार का हिस्सा नहीं मानती थी. उन लोगों ने गरीबों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का काम नहीं किया. 2017 से पहले केंद्र की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मोदी सरकार द्वारा प्रदेश की पिछली सरकार से सूची मांगी जाती थी, ताकि गरीब परिवार का कल्याण हो सके. तब पिछली सरकार में बैठे लोगों को वह सूची तक देने की फुर्सत नहीं थी.
पिछली सरकार में बैठे लोग समाज को बांटने में लगे रहते थे. उनकी विभाजन की प्रवृति अभी तक नहीं गई है. कल मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातें सुन रहा था. वो इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना जिन्ना से कर रहे थे. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बयान अत्यंत शर्मनाक है. सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत की एकता और अखंडता के शिल्पी हैं. कल सपा प्रमुख की विभाजनकारी मानसिकता सामने आ गई, जब उन्होंने जिन्ना को समकक्ष रखकर सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की.
सीएम योगी ने कहा कि ये तालिबानी मानसिकता है. हर वक्त तोड़ने का प्रयास करती है. पहले जाति और अन्य वादों के नाम पर तोड़ने की प्रवृत्ति, जब वो अपने मंसूबों पर सफल नहीं हो रहे हैं तो महापुरुषों पर लांछन लगाकर पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान की पूरे समाज को निंदा करनी चाहिए. सपा प्रमुख को अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल के इस अपमान को देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता.
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समाजवादी विजय रथ यात्रा लेकर रविवार को हरदोई पहुंचे थे. इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) और सरदार पटेल के साथ मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) के नाम का जिक्र किया था.
यह भी पढ़ें: अखिलेश यादव ने गांधी-पटेल से की 'जिन्ना' की तुलना
अखिलेश यादव ने कहा था कि सरदार पटेल जी (Sardar Vallabhbhai Patel), राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे. उनके इस बयान पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है.