लखनऊ: किशोरावस्था में युवक-युवतियों में कई समस्याएं हो जाती हैं. इस उम्र में होने वाली परेशानियों को युवक-युवतियां डॉक्टर से साझा करने में भी झिझकते हैं. ऐसे में उम्र बढ़ते ही वह बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नया प्लान बनाया है. युवक-युवतियां के लिए किशोर हेल्थ क्लीनिक खोले जाएंगे. यह जानकारी उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उप महाप्रबंधक किशोर स्वास्थ्य डॉ. आनंद अग्रवाल ने दी.
उत्तर प्रदेश में 18 मंडल हैं. मंडल मुख्यालय के इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेज में दो-दो किशोर हेल्थ क्लीनिक खोली जाएंगी. इसमें बतौर काउंसलर शिक्षक-शिक्षिकाएं होंगे, जिनसे छात्र रोजाना क्लास में रूबरू होते हैं. इन शिक्षक-शिक्षिकाओं को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, जो छात्र-छात्राओं की समस्या को समझ सकेंगे. यह क्लीनिक कॉलेज के परिसर में ही होगी, जहां पर छात्र जाकर काउंसलर से समस्या बता सकेंगे. कांउसलर संबंधित बीमारी पर परामर्श देंगें. साथ ही, डॉक्टर से सुझाव लेकर अस्पताल भी भेजेंगे. यूपी की राजधानी में लखनऊ मांटेसरी स्कूल का चयन इस योजना के तहत किया गया है.
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यौन रोग-नशा उन्मूलन पर मिलेगा सुझाव
इस योजना के तहत किशोर-किशोरियों में यौन रोग, कम या अधिक उम्र में शादी के दुष्प्रभाव, नशा उन्मूलन संचारी रोग और स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जाने वाले कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जाएगी. काउंसलर कॉलेज का ही शिक्षक होने से छात्र-छात्राएं अपनी समस्याएं आसानी से बता सकेंगे. यदि उनमें समस्याएं गंभीर होंगी तो उन्हें जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा, जिससे छात्रों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके.
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